– डॉ राजेंद्र सिंह*
साओ पाउलो, ब्राजील: 24 सितंबर 2023 को विश्व नदी दिवस के अवसर चेतो नदी को जानने के लिए यात्रा की गई। यह साओ पाउलो, ब्राजील की सबसे महत्वपूर्ण नदी है। यहां साथियों के साथ शहर के बीचों-बीच नदी के हिस्से को देखा। यह नदी पूरी तरह से प्रदूषित हो चुकी है और इसकी हालत बहुत खराब है। नदी अब अपने नदी रूप में नहीं है, एक नाले के रूप में बन चुकी है। इस नदी को पुनर्जीवित करने के नाम पर बहुत खर्च हुआ है, क्योंकि यह इस राज्य की सबसे महत्वपूर्ण नदी है। इस खर्च से नदी तो जीवित नहीं हुई बल्कि और ज्यादा बीमार हो गई है। इसलिए यहां के लोगों के साथ इस नदी को पुनर्जीवित करने के विषय में तीन-चार जगह पर लोगों को संबोधित किया।
विश्व नदी दिवस इसलिए मनाया जाता है जिससे समाज नदी के प्रति संवेदनशील बने, नदी को समझें और गंदा ना करे। नदी के साथ मानवीय व्यवहार बदले और उसकी चेतना जगाने का काम करें। साउपाउलो, ब्राजील के लोग अपनी चेतो नदी को ठीक करना चाहते हैं। चेतो नदी का स्वास्थ्य, साओ पाउलो के स्वास्थ्य के साथ जुड़ा हुआ है। यह बात हमारी अगली पीढ़ी को समझने के लिए नदी साक्षरता अभियान चलाने का संकल्प भी हुआ।
ब्राजील की सांस्कृतिक कमजोरी है कि यहां के लोग अपनी सब चीजें नदी में फेंक देते है। लेकिन अब यह व्यवहार बदल रहा, अभी समय लगेगा। अब नदी में पहले जितनी गंदगी नहीं है। लोगों के व्यवहार में परिवर्तन हो रहा है।
पुर्तगाल की नदियां बहुत गंदी थी, लेकिन अब लोगों ने ठीक कर ली है। इसलिए जब ब्राजील के लोग नदी को ठीक करना चाहेंगे तो नदी ठीक हो सकती है। लेकिन नदी को ठीक करने के लिए समाज को आगे आना होता है। जब समाज आगे आता है, तब समाज, सरकार से भी ठीक करा लेता है। ब्राजील के समाज को ही अपनी नदियों को ठीक करने के लिए आगे आना होगा।
ब्राजील के अन्य कई साथियों ने अपनी – अपनी बातें रखते हुए कहा कि हम चाहते है कि हमारी नदियां ठीक हों लेकिन नदी को ठीक करने में समय लग रहा है।यदुबारदो ने कहा कि नदियों को ठीक करना अब हमारी मजबूरी बनना चाहिए। यदि हम इसको अपनी मजबूरी मानकर और समझकर ठीक नहीं करेंगे, तो हमारा समय अच्छा नहीं होगा। इसलिए इसको ठीक करना बहुत जरूरी है। मरियाना ने कहा कि, हम सब युवाओं को एक होकर इस काम को जल्दी करने की जरूरत है। टुबानी फर्नांडिस ने कहा कि, यदि अभी समय रहते हुए हमने काम नहीं किया तो फिर बाद में ठीक कर पाना बहुत मुश्किल होगा। लिटसिया ने कहा कि , यह काम हमारे लिए बहुत जरूरी है, इसलिए हम इसे जरूरी काम मानकर करेंगे। जिससे यह नदी जल्दी ठीक होगी। एलन ने अंत में कहा कि, इस नदी को ठीक करने के लिए यह अहसास करना जरूरी है कि नदी को ठीक करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। जितनी जिम्मेदारी सरकार की है, उतनी जिम्मेदारी समाज की भी है। इन नदियों के स्वस्थ को खराब करने का काम हमारी बड़ी कंपनियों ने किया है। बड़ी कंपनियों का इस वक्त सरकारों पर बहुत दबाव बढ़ रहा है। पिछली सरकार पर बहुत दबाव था, इस सरकार ने उस दबाव को कम किया है।यह सरकार जल संरक्षण का अच्छा काम कर रही है।
ब्राज़ील की पर्यावरण मंत्री जल के रक्षण-संरक्षण पर बहुत ध्यान है। वह जंगल बचाने और आदिवासियों के हक के लिए काम कर रही हैं। जहां आदिवासी रहते हैं, वहीं से ब्राज़ील की नदियों की शुरुआत होती है। आदिवासी लोगों के रक्षण – संरक्षण का जो कानून सरकार ने लागू किया है और उनके संरक्षण के खिलाफ जो कानून था, उसको रद्द किया है। यह एक तरह से गौरव की बात है। अब यहां की नदियां ज्यादा ठीक होगी। नदियों को उद्योगों ने बहुत ज्यादा दूषित-प्रदूषित किया है।
हम कोशिश कर रहे हैं कि हमारी नदियां ठीक हो। नदियों को स्वस्थ रखने के लिए यहां सुखाड़ – बाढ़ विश्व जन आयोग जल साक्षरता का अभियान चलाएगा। पूरे ब्राजील में केवल चेतो नदी के काम से सीख लेकर, पूरी देश के समुदायों को जगाने के लिए आगे आएंगे। सुखाड़-बाढ़ विश्व जन आयोग के साथ जुड़कर, नदियों का रक्षण – संरक्षण करेंगे।नदियां दुनिया की ठीक होनी चाहिए और हम नदियों को ठीक करने के लिए समर्पित भाव से जुटेंगे।
रविवार का दिन होने के कारण बहुत लोग घर से बाहर घूमने-जानने के लिए नदी के किनारे आए थे। शहर के बीचों बीच नदी को देखा, यहां के संग्रहालयों को देखा। छुट्टी का दिन यहां के लोग घर बैठकर नहीं मनाते। छुट्टी के दिन घर से बाहर आकर अपने-अपने समुदायों के साथ कुछ ना कुछ करते हैं। सड़क पर ट्रैफिक नहीं होता, सुबह 9.00 बजे से लेकर शाम के 5.00 बजे तक कोई भी डीजल से चलने वाला नहीं दिखता, इस पर बहुत मजबूती से नियम होते हैं । इस दिन साइकिल और पैदल चलने वालों के लिए अलग-अलग लाइन है। हर रविवार के दिन मुख्य सड़क पर जनता के लिए यह विशिष्ट इंतजाम किया जाता है।
आज का दिन साओ पाउलो के लिए पिछले 80 सालों का सबसे गर्म दिन था। इसके बाद भी सड़क पर कार्यक्रमों की अलग भीड़ थी। विश्व नदी दिवस पर भी लोग गर्मी के डर से कम लोग आए थे, फिर भी साओ पाउलो नदी के लोगों में चेतो नदी की चिंता दिखाई दी। लोगों में इस नदी के किनारों को पत्थरों के बांधने पर रोश है। सरकार नदी को बांधने के बजाय पानी को प्रदूषण मुक्ति करे तो अच्छा होगा। विश्व नदी दिवस मनाने वाले लोगों ने साथ मिलकर संकल्प लिया कि इस नदी में गंदा पानी न मिले इसके लिए काम करेंगे।
चेतो नदी दिवस साओ पाउलो की सरकार ने विश्व नदी दिवस के एक दिन पहले मनाया। यह अच्छा समाचार है, सरकार इस नदी का जल्दी की इलाज करेगी। चेतो नदी दिवस पर सरकार ने यह घोषणा की है। समाज में आज विश्व नदी दिवस पर जो संकल्प लिया है, उससे राज-समाज के साथ मिलकर काम करने का लक्षण बन रहा है। मुझे प्रसन्नता है कि अब राज-समाज दोनों ही चेतो नदी के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझ रहे हैं। चेतो की तरह पूरी नदियों के समाज को नदियों को स्वस्थ्य रखने के लिए जागरूक होकर काम करना होगा।
*जलपुरुष के नाम से विख्यात जल विशेषज्ञ एवं के सुखाड़ – बाढ़ विश्व जन आयोग के अध्यक्ष।