दिल्ली: आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद पूरी तरह से सफल बताते हुए आंदोलनकारियों ने कहा कि तीन कृषि कानूनों की वापसी,न्यूनतम समर्थन मूल्य की सरकार द्वारा गारंटी तक आंदोलन जारी रहेग। मोर्चा की एक विज्ञप्ति के अनुसार बंद को किसानों के साथ साथ मजदूर व्यापारियों,कर्मचारियों, ट्रेड यूनियन का भी सहयोग मिला।
आंदोलनकारी नेता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि भारत बंद के कार्यक्रम से कुछ लोगों को स्वाभाविक रूप से परेशानी हुई होगी लेकिन एक दिन किसानों के नाम सोच कर भूल जाएं। “किसान 10 माह से घर छोड़कर सड़कों पर है लेकिन अंधी और बहरी सरकार को न तो कुछ दिखाई देता है और नहीं सुनाई देता है ।लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन के अलावा और कोई विकल्प नहीं है सरकार इस भुलावे में ना रहे किसान खाली हाथ घर लौट जाएंगेकिसान आज भी बिल वापसी तो घर वापसी की मांग पर पूरी तरह से अडिग है ।हमारी सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाए,” टिकैत ने कहा ।
सुबह से लेकर शाम के 4:00 बजे तक कहीं भी कोई घटना हिंसक झड़प भी नहीं हुई हालांकि कई जगहों पर लोगों को जाम की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
किसानों के ट्रैक पर बैठने की वजह से दिल्ली, अंबाला और फिरोजपुर में रेल परिचालन प्रभावित हुआ। उत्तर रेलवे के मुताबिक अंबाला और फिरोजपुर मंडल में करीब 25 ट्रेनें प्रभावित हुईं। भारत बंद को लेकर दिल्ली मेट्रो ने ने सीआईएसएफ, मेट्रो पुलिस और अपने स्टाफ को भी हाई अलर्ट पर रखा।
राजधानी दिल्ली के गाजिपुर इलाके में मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों साइड से किसानों ने ट्रैफिक रोका. एनएच 24 और एनएच 9 के ट्रैफिक को रोड नंबर 56 की तरफ डायवर्ट कर दिया गया, जिससे सोमवार को ऑफिस तथा अन्य कामों से जा रहे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। भारत बंद के ऐलान के चलते नोएडा के डीएनडी में भीषण जाम लग गया। हिसार-दिल्ली हाईवे पर भी रामायण टोल को किसानों ने जाम कर दिया है. दिल्ली-बठिंडा रेल लाइन को भी रामायण टोल पर जाम कर दिया गया और इसके अलावा हिसार-चंडीगढ़ रोड और हिसार-जींद रोड जाम कर दिया गया। दिल्ली के लाल किले पर भी उसके आगे और पीछे के दोनों रास्तों को बंद करने की वजह से आवाजाही में व्यवधान पड़ा।
राजस्थान के अलवर में राज्य के स्कूल बोर्ड (आरईईटी) की परीक्षा आज के बंध की वजह से 15 मिनट की देरी से शुरू हुई और इस दौरान अलवर में एक परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह से हंगामा हुआ. अलवर के कलेक्टर ने बताया, “किसान आंदोलन के कारण परीक्षा में 15 मिनट की देरी हुई। कुछ बच्चों ने पेपर लीक होने की अफवाह फैलाई। उन्होंने परीक्षा का बहिष्कार किया।”
नोएडा में किसान नोएडा प्राधिकरण के पास अपनी मांगों को लेकर भारी संख्या में इकट्ठा हुए और पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ा। चेन्नई के अन्ना सलाई इलाके में भी किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए. इसके बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया.
देश की राजनीतिक पार्टियों ने भी बंद का समर्थन किया। हालाँकि जब कांग्रेस नेता और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अनिल चौधरी दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि क़ानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में पहुंचे तब प्रदर्शनकारियों ने इसे गैर राजनीतिक प्रदर्शन बताते हुए उन्हें धरना स्थल से उठने को कहा।
किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के तमिल नाडु के राज्य सचिव के बालकृष्णन ने कहा, किसान लगातार विरोध कर रहे हैं और केंद्र सरकार कानूनों को वापस लेने से इनकार कर रही है पर ये संघर्ष जारी रहेगा, आगे और तेज होगा।महाराष्ट्र में पुणे में नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी और शिव सेना भी भारत बंध के समर्थन में सामने आये।
बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल नेता मुकेश रौशन और पार्टी के अन्य सदस्यों व कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में हाजीपुर में विरोध प्रदर्शन किया जिस वजह से हाजीपुर-मुजफ्फरपुर मार्ग पर ट्रैफिक जाम हो गया और राजधानी पटना को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु पर भी आवाजाही प्रभावित हो गयी।
राकेश टिकैत ने कहा सरकार को किसानों की समस्या का समाधान करना चाहिए उत्तर प्रदेश में जो गन्ना मूल्य की घोषणा की गई है वह भी किसानों के साथ मजाक है गन्ना मूल्य वृद्धि के लिए भी जल्दी सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो