– रमेश चंद शर्मा जुबान बंद है मैं क्या करूं? जुबान बंद है बोलने लगी है आँखें...
जुबान
– रमेश चंद शर्मा कठिन है, असंभव नहीं हृदय प्यार से भरा हो स्वभाव एकदम खरा हो...