– रमेश चंद शर्मा तू ही तो सम्मान है तू चल, तेरे पास पांव हैं, हल...
अन्नदाता
रमेश चंद शर्मा यह भी पढ़ें : बाल दिवस: निर्मल निर्भय, निश्छल सच्चे किसान अन्नदाता है कर्म करके...