Latest News | Food | News in Hindi | Diaspora | Titbits | Sports | Today's Pick | Artist's Gallery | Nature | Finance | Film | Entertainment | GB TV | Podcast

December 7, 2025

2 thoughts on “रविवारीय: आखिर सत्य क्या है?

  1. यह सार्वभौमिक सत्य है कि मृत्यु अटल है, लेकिन उससे भयभीत होना अज्ञान का प्रतीक है। भारतीय आध्यात्मिक परंपराएँ हमें सिखाती हैं कि मृत्यु मात्र देह का अंत है, आत्मा अनंत और अजर-अमर है। मृत्यु का रहस्य जानने के स्थान पर इसे सहजता से स्वीकारना चाहिए। मृत्यु का विचार केवल भय उत्पन्न करने के लिए नहीं, बल्कि जीवन को अधिक सार्थक बनाने के लिए होना चाहिए। इसे समझने का तात्पर्य जीवन के हर क्षण को प्रेम, करुणा और कर्तव्य में संलग्न कर देना है।
    अतः मृत्यु को शाश्वत सत्य मानकर, हमें जीवन को दिव्यता और सद्गुणों से भर देना चाहिए। जब हम मृत्यु को केवल परिवर्तन मानते हैं, तब भय समाप्त हो जाता है और आत्मज्ञान का द्वार खुल जाता है।
    इस प्रकार श्री मनीष वर्मा ‘मनु’ का यह ब्लॉग मृत्यु के अटल सत्य को स्वीकार करने और जीवन के महत्व को समझने की गहरी आध्यात्मिक प्रेरणा देता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

About Us | Our Team | Privacy Policy | Contact UseMail Login | News Portal Powered by M/s. eHC