पृथ्वी दिवस पर विशेष
गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर 4 के कुछ निवासियों ने धर्मा मार्ग स्थित बेजान पड़ी जमीन पर हरा भरा पार्क विकसित कर दिया। इस पार्क में चारों ओर स्ट्रीट लाइट लगवा दी गई है। पार्क में बड़े छोटे वृक्ष लगे हुए हैं। चारो ओर ट्रैक हैं। बीचों बीच घास लगाकर पार्क बना दिया गया है। पार्क का नाम ” पॉम कोर्ट ” रखा गया है। रख रखाव एवं देखभाल के लिए माली एवं गार्ड रखे गए हैं जिसके लिए स्थानीय लोग हर महीने अपने अपने अंशदान देते हैं। पार्क की खूबसूरती देखकर अब वहां आसपास के निवासी सैर करने आते हैं।
ग्लोबल बिहारी टीम के सदस्य और पर्यावरणविद् प्रशान्त सिन्हा जो वैशाली के ही निवासी है बताते हैं कि इस पार्क में पहले कूड़े कचरे फेंके जाते थे जिससे वातावरण में बदबू फैला रहता था। पहले तो लोग नगर निगम के भरोसे रहे लेकिन कोई सकारात्मक करवाई नही होता देख स्थानीय निवासियों ने खुद मिलजुल कर विकसित करने का बीड़ा उठाया।
प्रशान्त सिन्हा बताते हैं कि बड़े और बहुआयामी प्रकृति के कार्यों के लिए सरकार की ओर देखने में कोई बुराई नही है लेकिन इस मानसिकता का क्या करे जो सब कुछ सरकार के भरोसे छोड़ने की बनती जा रही है। वैशाली के लोगों ने एक नजीर पेश की है।
यह हर किसी को समझने की ज़रूरत है कि हमारा पर्यावरण साफ सुथरा होगा तभी हम और हमारे बच्चे स्वस्थ और खुशहाल होंगे। यह हर किसी का कर्त्तव्य है कि वह अपने स्तर पर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का जतन करता रहे।
पर्यावरणविद् सिन्हा पार्क में लगे पेड़ों के महत्वों के बारे में बताते हैं कि पेड़ यह सुनिश्चित करते हैं हवा सांस लेने में सुखद लगे। वे बदबूदार और प्रदूषक गैस जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड, अमोनिया, सल्फर डाइऑक्साइड और ओजोन को निरीक्षण करते हैं और उनकी पत्तियों पर फंसाकर फिल्टर करते हैं। यह एक कारण है कि ऐसे पार्क उन लोगों को ताजी हवा प्रदान करते जो फ्लैटों में रहते हैं।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो