उरई ( जालौन): नेशनल डेमोक्रेटिक अलायन्स (एनडीए) के घटक अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्र सरकार में राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज यहाँ कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा के चुनाव में अपने सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व से आगामी लोक सभा चुनाव में और सीटें मांगेगी।
अनुप्रिया आज झांसी चुंगी के पास स्थित सिरौठिया ग्राउंड में अपना दल की जनसभा को संबोधित करने आई थीं और उसके पहले मंच के पास ही पत्रकारों से वार्ता कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक दल अपना विस्तार करना चाहता है इसलिए वह भी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड क्षेत्र में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से और ज्यादा लोकसभा सीटों की मांग करेंगी।
इस प्रश्न के उत्तर में कि अभी तक तो उनके पास सिर्फ दो लोकसभा सीटें हैं तो अब कितनी और सीटें मांगेगी, उन्होंने कहा कि वह बुंदेलखंड सहित पूरे उत्तर प्रदेश में तमाम संसदीय क्षेत्र में सीटों की मांग करेंगी “क्योंकि हम चाहते हैं या आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए भारी बहुमत के साथ जीते और और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनें।” उन्होंने कहा इस बार 2019 के मुकाबले और भी ज्यादा लगभग 400 सीटें एनडीए जीतेगी।
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सूत्रों के मुताबिक अनुप्रिया भाजपा नेतृत्व से 13 लोकसभा की सीटों सीटो की मांग कर रही है और उसमें 5 से 6 सीट पाने में सफल हो सकती है। इसके लिए अनुप्रिया के लिए आज की जनसभा द्वारा शक्ति प्रदर्शन का एक राजनीतिक महत्व था। इस शीत लहर के बीच जनसभा में भारी भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी अपना दल के जिला अध्यक्ष अनिल अटरिया को दी गई थी और उनकी टीम पिछले कई दिनों से पूरे जिले में घूम-घूम कर लोगों को इस जनसभा में आने के लिए प्रेरित कर रही थी।
आज महिला शिक्षा की अग्रदूत सावित्री बाई फुले की जन्म जयंती के अवसर पर जनसभा के माध्यम से अनुप्रिया दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों के बीच भी एक सन्देश देना चाहती थी। उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने उस समय इस महिला शिक्षा के लिए संघर्ष किया जब महिलाओं को शिक्षा देने लेने का अधिकार नहीं था उन्होंने 18 विद्यालय बनवाये। “आज का दिन महिलाओं के लिए बहुत ही पवित्र दिन है क्योंकि उनके शिक्षा के अधिकारों के लिए महान समाजसेवी सावित्रीबाई फुले ने संघर्ष किया। व दलित पिछड़े शोषित समाज की महिलाओं को शिक्षा के माध्यम से उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाना चाहती थी और उन्होंने काफी काम किया,” उन्होंने कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले की अदालतों से लेकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक में वर्षों से करोड़ों मुकदमे लंबित पड़े हुए हैं जिससे गरीब लोगों को न्याय मिलने बहुत कठिनाई होती हैl इसकी मुख्य वजह जजों की कमी है। अनुप्रिया ने मांग की कि सर्व समाज के कानून के जानकारों को शीघ्र से शीघ्र जज बनाकर जजों की कमी अदालतों में कम की जाए। इसी तरह दलितों के साथ-साथ पिछड़े वर्ग के लोगों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए अलग से पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया जाना चाहिए।
*वरिष्ठ पत्रकार