“22 जनवरी को जहां बात थमी थी, वहीं से बात शुरू होगी”
गाजियाबाद: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि सरकार यदि संयुक्त किसान मोर्चा को वार्ता को न्यौता भेजेगी तो मोर्चा उस पर विचार करेगा। सरकार से वार्ता होगी तो वहीं से शुरू होगी, जहां 22 जनवरी को रूकी थी।
“तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी पर बात होगी, एमएसपी के लिए कानून पर बात होगी। हमारे मुद्दे वहीं रहेंगे,” राकेश टिकैत ने भारत सरकार के कृषि मंत्री की ओर से आए बयान के जबाब में कहीं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कल कहा था कि सरकार कृषि बिलों का विरोध कर रहे किसान संगठनों से बातचीत करने के लिए तैयार है।
रविवार को चौधरी टिकैत सिंघु बार्डर पर आयोजित सर्वखाप पंचायत में हिस्सा लेने गए, जहां सभी खापों के चौधरियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध करने का निर्णय लिया। कृषि मंत्री के बयान के सवाल पर टिकैत ने कहा कि सरकार जैसे 22 जनवरी से पहले संयुक्त किसान मोर्चा को वार्ता का न्यौता भेजती रही है, उसी तरह न्यौता भेजेगी, तो मोर्चा उस पर विचार करेगा। वार्ता के मुद्दों के सवाल पर उन्होंने कहा कि वार्ता के मुद्दे वही रहेंगे। यानी तीन नए कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर कानून। पूरे देश के किसान ने तय कर लिया है कि इससे कम कोई बात नहीं होगी।
इस बीच शनिवार की सुबह से रविवार की सुबह आठ बजे तक पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (केएमपी) को पूरे 24 घंटे तक किसानों ने जाम रखा। “किसानों ने बताया दिया है कि वे कहीं गए नहीं हैं। शांति के साथ आंदोलन भी चला रहे हैं और अपने खेत के काम भी देख रहे हैं,” भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा । शनिवार देर रात डासना के पास केएमपी पर मौजूद राकेश टिकैत ने कहा कि 24 घंटे के शांतिपूर्ण जाम से किसानों ने एक बार फिर से उन लोगों को जबाब दे दिया है जो यह कहते हैं कि आंदोलन में अब लोग नहीं रहे। “सरकार एक बात और सुन ले, किसान भले अपने खेत में कर रहा हो, लेकिन उसका मन और नजर दिल्ली की सीमाओं पर ही रहती है, यहां से जो कहा जाता है, किसान उसे हर हाल में पूरा करने के गांठ बांध चुका है। संयुक्त मोर्चा की कॉल और सरकार की कॉल में यही अंतर है<‘ उन्होंने कहा और केएमपी पर डटे रहे किसानों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि उनकी शांति ही तुम्हारी शक्ति है। तय कार्यक्रम के मुताबिक रविवार की सुबह आठ बजे सभी मोर्चों से पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को खोल दिया गया।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो