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राज्यों से : उत्तराखंड
– साक्षी पटवाल
पिथौरागढ़: जिले में सोमवार को मूसलाधार बारिश से तबाही मचा गई। पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी तहसील के एक गांव में तेज बारिश से भूस्खलन हो गया, जिस से कई मकान मलबे में दब गए। तेज बारिश के दौरान गांव के ऊपर मौजूद पहाड़ी से भारी मालबा गांव की ओर गिर गया। मलबे में दबने से एक मकान तो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया, इसे एक महिला घायल भी हो गई और घर की छानी में बंदे कुछ जानवर चोटिल भी हो गए। एक घर में मलबे में दबी महिला को सही सलामत बाहर निकाला कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। कई लोगों ने सुरक्षित जगह भाग कर अपनी जान बचाई।
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क्वीटी के पास रविवार देर रात मलबा आने से थल- मुनस्यारी सड़क बंद हो गई जिसके कारण 50 से अधिक वाहन 200 से अधिक यात्री रात भर फंसे रहे। प्रमुख सड़क के दोनों तरफ से बंद हो जाने से वाहनों की लंबी कतार लग गई। यात्रियों ने लोनीवी के अधिकारियों को फोन लगाया परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया। सभी यात्रियों ने पूरी रात गाड़ियों में बैठकर बिताई। फिर अगले दिन सोमवार सुबह को यात्रियों ने स्वयं मलबा हटाकर आवाजाही शुरू कराई। स्थानीय लोगों व यात्रियों में लोनिवि की कार्यशैली को लेकर काफी आक्रोश है।
मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों में बारिश आने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार 30 जून और 1 जुलाई को पिथौरागढ़, नैनीताल, बागेश्वर मैं अधिकांश जगह अल्मोड़ा, चंपावत, चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और देहरादून जैसे अनेक जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। 2 जुलाई को कुमाऊं मंडल के जिलों में अधिकांश जगह पर और गढ़वाल मंडल के जिलों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान देहरादून, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, पिथौरागढ़, और बागेश्वर जैसे जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। 3 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश होगी। अगले दो-तीन दिन तक मौसम का हाल इसी तरह रहेगा।
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