– रमेश चंद शर्मा*
संकट से कभी घबराना नहीं
संकट से कभी घबराना नहीं,
जो पचे नहीं, उसे खाना नहीं,
जहां कद्र नहीं, वहां जाना नहीं,
बेबात रुठे, उसे मनाना नहीं,
रंग बदलू को, दोस्त बनाना नहीं,
जो सुने नहीं, उसे सुनाना नहीं,
सज्जन को दूर भगाना नहीं,
दुष्ट को गले लगाना नहीं,
समझे को समझाना नहीं,
समय को कभी गवाना नहीं,
मौके को चूक जाना नहीं,
ज्ञान पर इठलाना नहीं,
झूठे को सर चढाना नहीं,
बेवकूफ को गोद बिठाना नहीं,
अकडू से डर जाना नहीं,
समस्या से भाग जाना नहीं।।
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*प्रख्यात गाँधी साधक