ज्ञान वापी मस्जिद प्रकरण
वाराणसी: ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती के आदेश पर उनके शिष्य प्रतिनिधि स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आज अपना अनशन तोड़ दिया।उनके मठ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार अन्न जल त्यागने की वजह से स्वामिश्री का वजन इस अवधि में 5 किलो 400 ग्राम घट गया है।
स्वामिश्री की 108 घंटे का निर्जल अनशन आदि विश्वेश्वर के पूजन के साथ संपन्न हुआ। सांय 6 बजे आगे की रणनीति पर उन्होंने श्रीविद्यामठ में सभा की।
इससे पहले शंकराचार्य द्वारा प्रेषित एक पत्र स्वामिश्रीः को प्राप्त हुआ जिसमें उन्होंने स्वामिश्री को अनशन वापिस लेने की आज्ञा दी और साथ ही आदि विश्वेश्वर के मंदिर के निर्माण के लिए एक देशव्यापी आंदोलन चलाएं। ।
“गुरु आज्ञा सर्वोपरि,” कह स्वामिश्रीः कहा कि वे गुरु आज्ञा से ही भगवान आदि विश्वेश्वर की पूजा के लिए काशी आए थे और उनके ही आदेश पर अब भगवान आदि विश्वेश्वर की पादुकाओं का प्रतीक पूजन करेंगे।
साथ ही काञ्ची मठ के महाराज जी का भी निवेदन पत्र प्राप्त हुआ।
मठ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार स्वामिश्रीः गुरु आज्ञा को सदा से ही सर्वोपरि मानते रहे हैं। अतः आज भगवान आदि विश्वेश्वर की पादुकाओं का प्रतीक पूजन श्रीविद्यामठ में करके उन्होंने अपने निर्जल अनशन को प्रातः 7 बजे सम्पन्न किया और गुरु आज्ञानुसार भगवान आदि विश्वेश्वर के भव्य मन्दिर निर्माण के लिए देशव्यापी अभियान चलाएँगे।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो