– अनिल शर्मा*
उरई (जालौन): बुंदेलखंड में रोजगार बढ़ाने तथा पलायन रोकने के लिए झांसी जनपद के एरच क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा टेक्निकल ट्रेनिंग सेंटर खोला जाएगा जिसके माध्यम से बुंदेलखंड के बैरोजगार युवाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार दिलाने का काम किया जाएगा ।
इसी तरह डिफेंस कॉरिडोर और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जो बन रहे हैं उनके नीचे बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिलेंगे इस तरह से इन माध्यमों से बुंदेलखंड के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा तथा पलायन रोका जाएगा ।
इसके माध्यम से पलायन को रोकने में सफलता मिलेगी यह विचार केंद्र सरकार के सूक्ष्म, लघु, और मध्यम उद्यम मंत्रालय के राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने व्यक्त किए ।वो कल रात राष्ट्रपति के कार्यक्रम से कानपुर देहात के लौटने के बाद स्थानीय लोक निर्माण विभाग में पत्रकारों से विशेष भेट वार्ता कर रहे थे ।
एक सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया की ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को उनमें से जो अनुसूचित जाति और जनजाति के पुरुष व महिला और विकलांग हैं उन्हें 2500000 स्टार्टअप योजना लोन मिलेगा उपरोक्त वर्ग को 35% की सब्सिडी मिलेगी जबकि शहरी क्षेत्र के बेरोजगारों को जो सामान्य श्रेणी के हैं उन्हें 15% की सब्सिडी मिलेगी । उन्होंने कहा सरकार का उसके पीछे उद्देश्य है बैरोजगार लोग अपने और अपने साथ समाज के तमाम लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएं । एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि बैंकर्स जो है बेरोजगारों को लोन देने के मामले में ढिलाई बरत रहे हैं इसके लिए उन्होंने कहा कि हर महीने के बाद उन्होंने कितने बेरोजगारों लोगो को लोन दिया है इसका रिकॉर्ड बुंदेलखंड के सातों जिलों के ऐल. डीएम. के माध्यम से लेंगे और जिस बैंक में शिथिलता पाई जाएगी उसके खिलाफ उस बैंक के केंद्रीय कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी को वे स्वयं पत्र लिखकर इस बारे में शिथिलता से काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने को कहेंगे ।
वर्मा ने कहा 2024 तक बुंदेलखंड में स्टार्टअप योजना के तहत तमाम नए उद्योग बेरोजगार लगाएंगे और अपने साथ साथ क्षेत्र के तमाम बेरोजगारों को रोजगार देंगे इसके माध्यम से भी जहां बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा वहीं रोजी रोटी के लिए पलायन करने वाले गरीब मजदूरों का भी पलायन रुकेगा। एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा नमामि गंगे योजना की तमाम शिकायतें मिल रही है इसके लिए वे बुंदेलखंड के सातों जिलों में हर जिले में किसी दो गांव में औचक निरीक्षण करेंगे और नमामि गंगे के काम का भौतिक परीक्षण करेंगे।
*वरिष्ठ पत्रकार