– अनिल शर्मा और संजय श्रीवास्तव*
उरई: बिना नक्शा स्वीकृत कराये ही उरई के राठ रोड और अजनारी रोड पर बनाऐ जा रहे थे होटल, नेत्र चिकित्सालय सहित 14 भवन। जालौन ज़िले के जिलाधिकारी के निर्देश पर उरई विकास प्राधिकरण सचिव कुंवर वीरेन्द्र मौर्य व अभियन्ताओं की संयुक्त टीम ने 3 एकड़ में प्लॉटिंग का निरीक्षण कर आज अजनारी रोड व राठ रोड पर बिना नक्शा स्वीकृत कराये जा रहे इन होटल, नेत्र चिकित्सालय, 14 भवन स्वामियों को नोटिस दिए।
निरीक्षण के दौरान बिना नक्शा स्वीकृत कराये भवन स्वामी रामजानकी, मधुमंगल, मनोज, किशोरी देवी, सुनीता देवी, रामगोपाल कुशवाहा, नीरू यादव, सोनू यादव, करण सिंह, मुन्ना राजपूत, मानसिंह यादव, दिलीप गुप्ता, शिवकुमार गुप्ता, राजेन्द्र राजपूत आदि को चिन्हित किया गया तथा उत्तर प्रदेश नगर योजना एवं विकास अधिनियम-1973 के तहत नोटिस निर्गत किये गये साथ ही चेतावनी दी गयी कि बिना मानचित्र उरई विकास प्राधिकरण से स्वीकृत कराये बिना भवन निर्माण कराये जाते है तो सीज एवं ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि बिना मानचित्र स्वीकृत कराये भू-खण्डों की प्लॉटिंग एवं भवन निर्माण न किये जाये ऐसा करने वालों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होने कहा कि उरई विकास प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराकर ही भवन निर्माण कराया जाये। यह अभियान निरन्तर विकास प्राधिकरण क्षेत्र में चलाया जायेगा।
किसानों को उसके उत्पाद का सही दाम मिले
इस बीच उरई के ग्राम जमरोही खुर्द में आयोजित संगोष्ठी में किसानों से कृभकों के चेयरमैन व पूर्व सांसद डा. चंद्रपाल यादव ने कहा केंद्र सरकार को किसानों के प्रति ऐसी नीति बनानी चाहिए जिससे किसानों को उसके उत्पाद का सही दाम मिले।उन्होंने कहा उद्योगपति जो भी उत्पाद बनाते हैं उनका रेट वही तय करते हैं। इस व्यापार में उद्योगपतियों को लाभ होता है। दूसरी तरफ जो किसान हैं वह जो भी उत्पाद गेहूं, मटर, चावल, दाल उगाते हैं उस उत्पाद का किसानों को कभी भी अच्छा मूल्य नहीं मिलता है। वह हमेशा घाटे में रहते हैं।
गांव में समाजसेवी ज्ञानसिंह यादव, नरेंद्र प्रताप यादव, इं. रवींद्र प्रताप यादव व ग्राम प्रधान धीरेंद्र यादव की ओर से आयोजित किसान को उसके उत्पाद का मूल्य कैसे मिले विषयक संगोष्ठी में डा. चंद्रपाल यादव मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि कि किसानों के उत्पादों का मूल्य बाजार में इस तरह तय होना चाहिए कि किसान की जिस उत्पाद में जितनी लागत लगी हो। इसके अलावा बिजली, सिंचाई व उनके घर के लोगों व मजदूरों ने जो काम किया है उसे जोड़कर उस उत्पाद क बाजार मूल्य तय होना चाहिए। तभी किसान व्यापारियों के समान बराबर नहीं कम से कम घर परिवार को अच्छी तरह से जी सकेगा। बैठक में पूर्व ब्लाक प्रमुख कैलाश यादव, बलवीर सिंह यादव, चंद्रप्रकाश मिश्रा, राधाचरण कुशवाहा, लल्लू मास्टर, सुरेंद्र यादव, बृजराज सिंह, सूरज सिंह यादव, भारत सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी का संचालन रिंकू निरंजन ने किया। इस अवसर पर जमरोही खुर्द, धुरट, सोजना, केलरा, गुमावली, सुरावली, धमसेनी, जखौली सहित कई गांवों के गरीबों को 400 से अधिक कंबल वितरित किए।
*वरिष्ठ पत्रकार