किसान परेड में राजनैतिक दलों के झंडो और व्यक्तियों के शामिल होने पर रहेगी पूरी तरह से पाबंदी – भारतीय किसान यूनियन
नयी दिल्ली: किसान और सरकार के बीच कृषि कानूनों को लेकर बातचीत में विफलता के बाद अब किसान गाजियाबाद से सटे दिल्ली के ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर 26 जनवरी की किसान परेड की तैयारियों पर जोर लगा रहे हैं। आंदोलनकारी संयुक्त किसान मोर्चा के एक घटक भारतीय किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश टिकैत ने आज कहा कि कल (22-01-2021) से गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैक्टर आने शुरू हो गए है और 26 जनवरी को किसान परेड “ऐतिहासिक” होगी।
टिकैत ने दावा किया कि 26 जनवरी के ट्रैक्टर परेड के लिये पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के हर जिलों से भारतीय किसान यूनियन के झंडे तले करीबन 25000-30000 ट्रैक्टर दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचेंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों को छोड़कर अन्य जिलों के कार्यकर्ता अपने जिले में ही 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि संगठन के ट्रैक्टरों को रोकने के लिये उत्तर प्रदेश प्रशासन, संगठन के कार्यकर्ताओं को नोटिस भिजवा रहे है। जिसमें उन पर लॉक डाउन तोड़ने एवं धारा 144 का उलंघन करने पर कानूनी करवाई करने दबाव डाल के ट्रैक्टर परेड नही करने के लिये कहा जा रहा है।
“आज भी अलीगढ़ सहित कई जिलों में ट्रैक्टरों को रोक दिया गया है। किसान वही पर धरना दे रहे है। विभिन्न जिलों में प्रशासन की तरफ से कार्यकर्ताओं को धमकियां भी दी जा रही एवं प्रशासन पुलिस को भी उनके घर और गावँ के आसपास लगा रखा है। दिल्ली की तरफ आने वाले रास्तों पर चेकिंग और बैरिकेड लगा के किसानों को रोकने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है,” उन्होंने कहा। भारतीय किसान यूनियन के जनरल सेक्रेटरी धर्मेंद्र मलिक ने चेतावनी दी कि सरकार, किसानों को कितना भी रोकने की कोशिश कर ले लेकिन गणतंत्र दिवस पर किसानों को अपने देश के स्वाभिमान दिवस को मनाने से रोक नही सकते। “देश का मजबूर किसान आज अपने हक और संघर्षो के लिये खड़ा है,” मलिक ने कहा।
भारतीय किसान यूनियन के अनुसार किसान लठ की जगह गन्ने पर संगठन और देश के झंडों को लगा के गाजीपुर पर धरने पर पहुंचे हैं । “रास्ते मे कई जगह किसानों के ट्रैक्टरों को रोकने का प्रयास किया गया लेकिन किसानों के जज्बे और तीन काले कानून से बचने के दृढ़ निश्चय उन्हें रोक नही पाये,” उन्होंने एक विज्ञप्ति में कहा।
इस बीच यूनियन ने पुलिस पर उनके आंदोलन में प्रायोजित हिंसा करवाने के प्लान को बेनकाब करने का भी दावा किया। उन्होंने कहा कि किसानों ने भाड़े पर हिंसा करने बाले गैंग का सदस्य योगेश पकड़ा। राष्ट्रीय किसान मोर्चा के सिंघु बॉर्डर की सुरक्षा समिति ने उसे पकड़ा और किसानों ने दावा किया कि 26 जनवरी को किसान बनकर गोली चलाने का उसका प्लान था। ,” मोर्चा ने कहा। मलिक ने कहा कि पकड़ा गया संदिग्घ योगेश मूल रूप से अल्मोड़ा व वर्तमान में सोनीपत में हनुमान मंदिर वाली गली में रहता है।