[the_ad_placement id=”adsense-in-feed”]
– लता
नई दिल्ली: राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 12 वर्षीय रेप पीड़िता जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी भी हालात नाजुक होने के कारण मासूम बच्ची को वेंटिलेटर पर रखा गया है और डॉक्टरों ने बताया की पीड़िता को न्यूरो सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। बच्ची की हालत पर पूरी तरह नजर रखी जा रही है पर सिर पर अाई गंभीर चोट की वजह से हालत नाजुक बनी हुई है। उसे गुरुवार रात को अस्पताल के न्यूरो सर्जरी इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में शिफ्ट किया गया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि दिल्ली में 12 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी व्यक्ति को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है पर पीड़िता अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है और गंभीर स्थिति में है।
मामले की तफ्तीश करते हुए दिल्ली पुलिस ने एक व्यक्ति को गुरुवार के दिन गिरफ्तार किया था। मंगलवार को 33 वर्षीय कृष्ण ने पश्चिमी दिल्ली में रहने वाली मासूम बच्ची के घर में घुसकर आरोपी व्यक्ति ने सर्वप्रथम मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया उसके उपरांत उसने उसपर जानेलवा हमला किया था और उसके चेहरे और सिर पर तेज धार वाले हथियार से वार किया था। बच्ची को अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों ने बताया था शायद कोई चीज उसके अंदर डाली गई थी जिसके कारण बच्ची की हालत गंभीर हो गई और तुरंत उसकी सर्जरी की गई।
इससे पहले केजरीवाल ने गुरुवार को ट्ववीट कर बताया था कि उन्होंने एम्स में डॉक्टर्स और परिवार से मिलकर बच्ची का हाल जाना और डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि अगले 48 घंटे अहम थे। केजरीवाल ने ट्वीट किया था, “मैंने पुलिस कमिश्नर से भी बात की। इस जघन्य वारदात करने वाले अपराधियों को सख्त से सख्त सज़ा दिलवाएँगे। परिवार को सरकार 10 लाख रुपए सहायता राशि दे रही हैं।”
[the_ad_placement id=”content-placement-after-3rd-paragraph”]
पुलिस का कहना है कि वह अभी पूरी जांच पड़ताल कर रही है। गौरतलब है कि आरोपी कृष्ण पहले भी इस तरह का अपराध कर चुका है जिसमें पीड़ित महिला की मौत हो गई थी। पश्चिम विहार पुलिस ने पहले ही इस संबंध में आई पी सी की धारा 307 और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी अधिनियम (पाक्सो) कानून के तहत मामला दर्ज कर चुकी है।
दिल्ली की अदालत ने शुक्रवार को यौन उत्पीड़न का शिकार हुई 12 वर्षीय बच्ची को दो लाख रुपए का अंतरिम मुआवजा देने का आदेश दिया है। हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपए देने के ऐलान किया है। अतिरिक्त सत्र न्यााधीश वृंदा कुमारी ने तीस हजारी अदालत के पश्चिम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव को निर्देश दिया कि वह नाबालिग लड़की की शारीरिक और मानसिक हालत को ध्यान में रखकर राशि जारी करे जिससे उसके इलाज में मदद मिल सके। अदालत ने कहा कि अपराध की गंभीरता और बच्ची की हालत को देखते हुए उसके इलाज पर खर्च होने वाले दो लाख रुपए का अंतरिम मुआवजा दिया गया है।
[the_ad_placement id=”sidebar-feed”]