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– लता एवं अंजलि ठाकुर
वैसे तो देश में कई पहाड़ी क्षेत्र हैं जो सबको पसंद आते हैं पर हिमाचल की पहाड़ियों में बात कुछ अलग है। हिमाचल सर्दियों में पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। बर्फ की चादर इसकी प्राकृतिक सुंदरता में चार चाँद लगा देती है।
वर्ष 2021- 22 में हिमाचल के 12 जिलों में से 9 जिलों में भारी बर्फ़बारी हुई। बात हिमाचल में बर्फ़बारी की हो तो शिमला एक ऐसा जिला है जिसका नाम सबसे पहले आता है। शिमला के साथ साथ मनाली (कोठी), कलोंग, कल्पा भी शामिल है।हिमाचल प्रदेश की काँगड़ा घाटी में स्थित धौलाधार के बर्फ से ढके पर्वत भी पर्यटकों को खूब लुभाते हैं।
और ये हिमाचल के ऐसे क्षेत्र हैं जो दिसंबर और जनवरी के बीच घूमने लायक हैं। बर्फबरी के दौरान इन क्षेत्रों का तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से दस डिग्री सेल्सियस के बिच पहुँच गया था। जहाँ स्थानीय लोग और पर्यटक बर्फ का आनंद ले रहे थे वहीँ हिमाचल के गवर्नर और मुख्य मंत्री भी लुफ्त उठाते नज़र आये।
शिमला में कुल 102.4 सेंटीमीटेर , 10 जनवरी को अधिकतम 30 सेंटीमीटेर बर्फ़बारी हुई। फरवरी में कुल 55.7 सेंटीमीटेर और 5 फरवरी को अधिकतम 29.6 सेंटीमीटेर बर्फ़बारी हुई।
बर्फ़बारी हिमाचल की अर्थव्यवस्ता में भी एक महत्त्व भूमिका निभाती है। 2021 दिसंबर में शिमला में 228446, लहौल स्पित्ति (कलोंग ) 63621, किन्नौर (कल्पा) 2575 पर्यटक आए थे। जनवरी महीने की शुरुआत में हर दिन लगभग एक लाख पर्यटक शिमला, मनाली, धर्मशाला, डलहौजी और हिमाचल के अन्य पर्यटक स्थलों का भ्रमण कर रहे थे।
परन्तु जैसे ही कोविड के मामले ज़्यादा आने लगे तो सरकार ने यात्रा संबंधी नियंत्रण और नाईट कर्फ्यू लगाया जिससे पर्यटन को खासा नुकसान हुआ। इसी बीच पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बर्फ़बारी के कारन कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। पुरे राज्य में 667 सड़कें बंद पड़ गयी थी जबकि 171 जलपूर्ति योजनाएं और 1486 बिजली वितरण ट्रांस्फॉर्मर बाधित थे । बर्फ के कारण सड़कों ली फिसलन को देखते हुए हिमाचल प्रदेश पुलिस ने लोगों से अनावश्यक यात्रा करने से बचने का अनुरोध भी किया था।