– अनिल शर्मा*
लखनऊ/उरई: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच के एक फैसले के बाद राजनैतिक गहमागहमी शुरू हो गयी है। रायबरेली के सामाजिक कार्यकर्ता वैभव पांडेयकोर्ट की एक जनहित याचिका पर उच्च न्यायालय ने यूपी नगर निकाय चुनाव को समय पर कराने के आदेश दिया है और साथ ही निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण रद्द कर दिया है। निकाय चुनावों के लिए 5 दिसंबर को जारी ड्राफ्ट नोटिफिकेशन को खारिज कर न्यायालय ने राज्य सरकार को निकाय चुनावों को बिना ओबीसी आरक्षण के ही कराने के आदेश दिए हैं। उच्च न्यायालय ने कहा कि ट्रिपल टेस्ट के बिना कोई आरक्षण नहीं तय होगा।
उच्च न्यायालय के फैसले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान जारी किया कि प्रदेश सरकार नगरीय निकाय चुनाव के लिए आयोग गठित कर ट्रिपल टेस्ट के आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग के नागरिकों को आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएगी और इसके बाद ही निकाय चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा। मुख्या मंत्री ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो राज्य सरकार तमाम कानूनी पहलुओं पर विचार करके सर्वोच्च न्यायालय में अपील भी करेगी।
वहीँ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बोले सरकार विधि विशेषज्ञों से राय ले रही है और नगरीय निकाय चुनाव के संबंध में उच्च न्यायालय के आदेश का विस्तृत अध्ययन के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा। हालाँकि उन्होंने भी यह कहा कि सरकार पिछड़े वर्ग के अधिकारों को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी।
वहीँ उच्च न्यायालय का आज का फैसला आते ही उरई में मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र और प्रदेश सरकार दलित और पिछड़ों की विरोधी है। पिछड़ों के अधिकार को बचाने के लिए सपा इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ेगी।
अखिलेश ने भाजपा की मोदी और योगी सरकारों पर हमलावर होते हुए कहा कि भाजपा ने पहले सरकारी नौकरियों में पिछड़ों के आरक्षण को समाप्त किया। अब उनका राजनैतिक आरक्षण भी छीनना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर पिछड़ों और दलितों के हकों की लड़ाई लड़ने के लिए सपाइयों को अब कमर कसकर तैयारी करनी चाहिए। सपा पूरी ताकत के साथ इन मुद्दों पर संघर्ष करेगी। साथ ही उन्होंने आरोप दोहराया कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार डॉ आंबेडकर के संविधान को समाप्त करना चाहती है।
सपा अध्यक्ष आज उरई में सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र यादव मौखरी के निधन पर उनके परिजनों को सांत्वना देने उरई नगर के राठ रोड स्थित उनके आवास पर आए थे।
*वरिष्ठ पत्रकार