– अनिल शर्मा*
पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए लामबंदी शुरु
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर घमासान मचा हुआ है| भाजपा के शलाका पुरुष और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की विरासत को पार्टी में मजबूत करने के लिए अब भाजपा में कल्याण सिंह के समर्थकों ने अब तेजी से लामबंदी शुरु कर दी है | समर्थकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष नेतृत्व को भी अपनी इस मांग से अवगत करा दिया है |
मालूम हो कि भारतीय जनसंघ को उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जातियों तक पहुंचाने का श्रेय कल्याण सिंह को जाता है | इसके पहले भारतीय जनसंघ को ब्राह्मण, ठाकुर, कायस्थ की ही पार्टी माना जाता था | लेकिन लोधी राजपूत के जुझारु और कदृावर नेता कल्याण सिंह ने प्रदेश भर निरंतर प्रवास करके पार्टी को पिछड़ी जातियों के बीच गहरी पैठ बनाई | जनसंघ से भाजपा बनने के बाद वे राज्य में लोधी राजपूत के सिरमौर नेता बने | जब कार सेवा के दौरान रामजन्म भूमि में स्थित बाबरी मस्जिद गिरा तो उस समय कल्याण सिंह राज्य के मुख्यमंत्री थे | बाबरी मस्जिद गिराए जाने को लेकर उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था | और उसके बाद उन्होंने जो बयान दिया कि राम जन्मभूमि और मंदिर निर्माण के लिए वे ऐसी सरकारों को सौ बार कुर्बान करने के लिए तैयार हैं | उनके इस बयान के बाद कल्याण सिंह पूरे देश में भाजपा के सबसे कद्दावर नेता के रूप में उभर कर आये थे|
अब जब भाजपा में पिछड़े या किसी दलित नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की चर्चा जोरों पर है तब ऐसे समय में पिछले चार पांच दिनों से कल्याण सिंह के समर्थकों ने स्वर्गीय कल्याण सिंह की विरासत को मजबूत करने के लिए कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा तथा संघ के शीर्ष नेतृत्व से बात की है|
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मालूम हो कि भाजपा में इस समय नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए नामों की चर्चा जोरों पर है |एक लोधी राजपूत बिरादरी के नेता और केन्द्रीय राज्य मंत्री बी एल वर्मा और दलित जाटव पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी तथा एडीजी के पद से वीआरएस लेकर सेवानिवृत्त हुए वर्तमान में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल समाज कल्याण विभाग के स्वतंत्र प्रभार मंत्री असीम अरुण जाटव हैं जो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदार हैं| उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आशीर्वाद प्राप्त है एैसा बताया जा रहा है | उधर बी एल वर्मा को केंद्रीय मंत्री अमित शाह की पसंद बताया जा रहा है|
चर्चा यह भी है पार्टी एवं संघ नेतृत्व यदि किसी दलित को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहता है तो फिर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा अमित शाह की पसंद हो सकते हैं| उधर योगी आदित्यनाथ के खेमें में यह चर्चा जोरों पर है जाटव बिरादरी के राज्य मंत्री और पूर्व वरिष्ठ अधिकारी अशीम अरुण उनकी अध्यक्ष पद के लिए पहली पंसद हैं क्योंकि वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव मे भाजपा को दलित बिरादरी का पहली बार बडी संख्या में वोट मिला जिसे वे आगामी वर्ष 2024 के लोक सभा चुनाव के लिए फायदेमंद मानते हैं| लेकिन यदि केन्द्रीय भाजपा और संघ पिछडी जाति लोधी राजपूत बिरादरी कू नेता को ही भाजपा का अध्यक्ष बनाना चाहती है तो योगी आदित्यनाथ और उनके समर्थक लोधी राजपूत बिरादरी के सर्वमान्य नेता पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की बात पर सहमत हो सकते हैं|
*वरिष्ठ पत्रकार