Latest News | Food | News in Hindi | Diaspora | Titbits | Sports | Today's Pick | Artist's Gallery | Nature | Finance | Film | Entertainment | GB TV | Podcast

December 5, 2025

2 thoughts on “रविवारीय: लिफ़्ट के बाहर एक अनोखी मुलाक़ात

  1. श्री वर्मा जी ने मानव स्वभाव के मूल गुण भय, करुणा और लगाव की मिश्रित अनुभूति को अत्यंत सजीव रूप में उकेरा है। उनका वर्णन सहज ही यह बोध करा देता है कि जीवन की सबसे कोमल और निर्मल अनुभूतियाँ प्रायः उन्हीं क्षणभंगुर, अनपेक्षित मुलाकातों में छिपी होती हैं, जहाँ हम किसी भूमिका या औपचारिकता के बोझ से मुक्त होकर, मात्र एक संवेदनशील मानव के रूप में उपस्थित होते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

About Us | Our Team | Privacy Policy | Contact UseMail Login | News Portal Powered by M/s. eHC