नयी दिल्ली: मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुए घिनौने उत्पीड़न की तस्वीरों और वीडियो के आज सोशल मीडिया में वायरल होने से देश स्तब्ध रह गया है। वायरल वीडियो में कुकी ट्राइब की बताये जाने वाली इन दोनों महिलाओं को निर्वस्त्र करके, लोगों की भीड़ के बीच उनके स्तनों के साथ खिलवाड़ हो रहा है, उनके जनांगों में हाथ डाला जा रहा है, खुली परेड की जा रही है।
इन दो महिलाओं को नग्न घुमाने के वायरल वीडियो के संबंध में आज मणिपुर पुलिस अधीक्षक के. मेघचंद्र सिंह ने आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह घटना 4 मई 2023 की थी जिसमें अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थौबल जिला के नोंगपोक में सेकमाई पुलिस स्टेशन में अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या आदि का मामला दर्ज किया गया था।पुलिस निरीक्षक ने कहा कि अज्ञात सशस्त्र बदमाशों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है और राज्य पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का हर संभव कोशिश कर रही है।
ऐसी एक तस्वीर को ट्वीटर पर साझा करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक सेवानिवृत्त अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा कि ये मणिपुर में कुकी लड़की का शर्मनाक वीडियो है जो वायरल है। उन्होंने प्रश्न किया कि “मणिपुर में कोई सरकार है, क्या?”
उसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने एक ट्वीट में कहा मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं।उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ घटी इस भयावह हिंसा की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है – “समाज में हिंसा का सबसे ज्यादा दंश महिलाओं और बच्चों को झेलना पड़ता है। हम सभी को मणिपुर में शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए हिंसा की एकस्वर में निंदा करनी पड़ेगी। केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री जी आखिर मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंख मूंद कर क्यों बैठे हैं? क्या इस तरह की तस्वीरें और हिंसक घटनाएं उन्हें विचलित नहीं करतीं?”
कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है। उन्होंने कहा जब मणिपुर में भारत के विचार पर हमला किया जा रहा है तो भारत चुप नहीं रहेगा। “हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं। शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।”
इस बीच ट्राइबल आर्मी नाम की एक संस्था ने ट्वीटर पर इन तस्वीरों को साझा करते हुए मणिपुर में आदिवासी महिला के साथ हुई भीषण दरिंदगी और क्रूरता पूर्ण शर्मनाक घटना पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह के 72 घंटों के भीतर इस्तीफे की मांग की और चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो देशभर के आदिवासी इस अत्याचार के खिलाफ बिगुल बजाएंगे। ट्राइबल आर्मी के प्रवक्ता यश मेघवाल ने ट्वीट किया कि 2 महीने से अधिक समय तक, भारत ने दो कुकी महिलाओं के साथ हुए भयावह सामूहिक बलात्कार की घटना को छुपाया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस जानबूझकर की गई सेंसरशिप ने नरेंद्र मोदी को अपनी ज़िम्मेदारी की जवाबदेही से बचते हुए, पश्चिमी दुनिया का दौरा करने की आज़ादी दे दी। ट्राइबल आर्मी ने कहा कि घटना और वीडियो की सत्यता की पुष्टि होने के पश्चात वे इस प्रकार के अत्याचार के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे क्योंकि देश में ऐसी शर्मनाक घटना कभी नहीं हुई।
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में शांति तो है पर गोलीबारी और भीड़ के जमावड़े की छिटपुट घटनाओं से कुछ स्थानों पर स्थिति तनावपूर्ण है।घाटी के पांच जिलों में कर्फ्यू में छूट कम कर दी गई है और चुराचांदपुर में कर्फ्यू लागू करने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं।ज्ञात हो कि कल राजधानी इम्फाल में आर्मी को फ्लैग मार्च करना पड़ा था।
मणिपुर के पहाड़ी और घाटी दोनों में विभिन्न जिलों में कुल 126 नाके/चेकप्वाइंट स्थापित किये गये हैं और कई स्थानों पर पुलिस ने विभिन्न उल्लंघनों के सिलसिले में 452 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों ने घाटी और पहाड़ी के जिलों के विभिन्न संवेदनशील और सीमांत क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया और इस ऑपरेशन में इंफाल (पूर्व) जिला पुलिस ने दो शास्त्रों के साथ दो मैगजीन बरामद किये गये।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो