जगम्मनपुर (जालौन): मध्य प्रदेश के बांधों से छोड़े गए पानी के कारण बुंदेलखंड के सातों जिलों में बाढ़ आई है। मध्यप्रदेश के बांधों से छोड़े गए पानी के कारण बुंदेलखंड के सातों जिलों जालौन, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर व महोबा में बाढ़ आई है।
यह पहली बार है जब मध्य प्रदेश के बांधों का पानी छोड़े जाने से बुंदेलखंड के सातों जिलों में यमुुना, पहूज, सिंध, चंबल, क्वारी आदि नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा। जिससे गाँवों में जलभराव स्थिति उत्पन्न हुई।
जिन क्षेत्रों में बाढ़ के कारण सड़क संपर्क नहीं है, वहां नावों के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। प्रशासनिक टीमें बाढ़ प्रभावित गांव गांव जाकर स्थिति का आकंलन कर रही है और जरूरतमंदों को समय पर सहायता दी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं हालात की निगरानी कर रहे हैं। सरकार के निर्देश पर वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों को लगाकर बाढ़ पीड़ितों के क्षेत्रों में भेजा जा रहा है ताकि बाढ़ पीड़ितों को त्वरित राहत व सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
बाढ़ पीड़ितों के गांवों में राहत शिविर, विद्यालय, पंचायत भवनों को शरण स्थल के रूप में चिन्हित किया गया है। जहां भोजन, रहने और चिकित्सा का पूर्ण व्यवस्था की गई है। बीमारियों की आशंका के चलते चिकित्सकों की टीमें निगरानी में लगी हुई है। पशुधन की सुरक्षा के लिए चारा, टीकाकरण और चिकित्सीय सुविधाएं सुलभ कराई जा रही है। शहरी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति के लिए पंपिंग सैट के माध्यम से जलनिकासी का काम तेजी से किया जा रहा है।
इसी क्रम में आज लखनऊ से जालौन व औरैया जिले के जगम्मनपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड के सभी नदियों में पिछले दो दिनों से बाढ़ का पानी धीरे धीरे कम हो रहा है लेकिन जो लोग पैतृक घरों में रहते है और इस आपदा से प्रभावित हुए हैं, उनके लिए अलग से विशेष योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा इस बाढ़ में जिनके मकान ध्वस्त हो गए हैं, उन्हें सरकार नया पक्का मकान देगी। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार बाढ़ राहत कार्यों को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सिंह ने जालौन जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर जानकारी ली। उन्होंने सबसे पहले कालपी तहसील के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद माधौगढ़ विधानसभा क्षेत्र के रामपुरा विकासखंड के भिटौरा, कंजौसा क्षेत्रों से आए 180 बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न किट वितरित की। इस कार्य में उनका सहयोग माधौगढ़ विधायक मूलचंद्र निरंजन, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी व मंत्री प्रतिनिधि अरविंद सिंह चौहान ने बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न किट देने में सहयोग किया। सिंह ने माधौगढ़ के विधायक मूलचंद्र निरंजन को सड़कों के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अवगत कराने को कहा। जितनी भी सड़कें बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की है, उन सभी सड़कों का सर्वे कराकर ऊंचाई के आधार पर पुन: बनाने की सलाह दी ताकि बाढ़ आने की स्थिति में मार्ग खुले रहे।
उन्होंने जगम्मनपुर स्थित महाविद्यालय परिसर में आयोजित बाढ़ पीड़ितों को भी खाद्यान्न की किट बांटी। किट में चावल, आटा, दाल, आलू, तेल, नमक, मसाले, बिस्कुट, लाई चना, साबुन, सैनेटरी पैड, बाल्टी, तिरपाल आदि दी। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी, माधौगढ़ विधायक मूलचंद्र निरंजन, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी ने भी अपने सुझाव दिए। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडे ने कहा कि प्रशासन लगातार राहत कार्यों में जुटा हुआ है।
उपरोक्त के अलावा एमएलसी प्रतिनिधि आरपी निरंजन, जलशक्ति मंत्री के प्रतिनिधि अरविंद सिंह चौहान, पूर्व आईआरएस अधिकारी शँभूदयाल, वरुण प्रताप सिंह परमार्थ ने अपने विचार रखे। इस दौरान एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार, सीडीओ केके सिंह, एडीएम संजय कुमार, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह बनाजी, रामलखन औदीच्य सहित तमाम भाजपा नेता और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
*वरिष्ठ पत्रकार


