समता की राह दिखाती नदियां ममता का पाठ पढ़ाती नदियां मेल मिलाप कराती नदियां बांहों में मेला सजाती नदियां तीर्थयात्रा कराती नदियां सच जीवन का बताती नदियां हिमालय सागर से जुड़ती नदियां
धीरे-धीरे बहती नदियां सब कुछ सह जाती नदियां कभी गुस्से से उफनती नदियां फिर भी खुशहाल बनाती नदियां पहाड़ से रेत लाती नदियां उपजाऊ जमीन बनाती नदियां खेत खलिहान सजाती नदियां
फल फूल उगाती नदियां चिड़ियों को पास बुलाती नदियां नाविक को काम दिलाती नदियां नाव जहाज चलवाती नदियां सैर-सपाटा करवाती नदियां कहीं सीधी बहती नदियां कहीं मुड़ जाती नदियां
घूमकर वापिस आती नदियां चलने का संदेश कहती नदियां टापू कहीं बनाती नदियां जीव जंतु की दोस्त नदियां मछुआरे की पालक नदियां किसान मजदूर का सहारा नदियां बच्चों को प्यारी लगती नदियां
सबको व्रत कराती नदियां कल्प संकल्प कराती नदियां कहीं पर कुंभ सजाती नदियां माघ मेला बनाती नदियां नावों की दौड़ कराती नदियां हाथियों को नहलाती नदियां पशु पक्षियों की प्यास बुझाती नदियां
जंगल में मंगल करवाती नदियां झरनों को गोद में सुलाती नदियां तालाबों को भरती जाती नदियां झील कहीं बनाती नदियां सरपट दौड़ी जाती नदियां मधुर संगीत सुनाती नदियां मिलन के गीत गाती नदियां
कहीं शांत हो जाती नदियां कहीं शोर मचाती नदियां कहीं आवाज लगाती नदियां अपने पास बुलाती नदियां सबको शुद्ध बनाती नदियां स्नान ध्यान करवाती नदियां पूजा पाठ करवाती नदियां
कर्मकांड से ऊपर नदियां सबको अपनाती प्यारी नदियां किसी को नहीं दूर भगाती नदियां सबको सबक सिखाती नदियां पत्थरों से टकराती नदियां कभी नहीं घबराती नदियां ऐसी दौड़ लगाती नदियां
रात दिन बहती हैं नदियां कभी नहीं सुस्ताती नदियां तूने सब कुछ दिया नदियां हमने हरदम लिया नदियां हमने तुझे क्या दिया नदियां हम अपराधी तेरे नदियां फिर भी नहीं चेते नदियां
अब हम चेत जाए नदियां अविरलता लौटा दे नदियां तू हरदम बहती रहना नदियां।।