बापू तेरे काम पर चिपकाए अपने नाम
बापू तेरे काम पर चिपकाए अपने नाम,
तू सच्चा, विचार सही ठीक रचनात्मक काम।
उनको जाने नहीं, झूठा प्रचार-प्रसार,
दुनिया सारी में बापू तेरा सोच-विचार।
अपना उल्लू सीधा करें लेकर तेरा नाम,
दुनिया सारी में बापू तेरा ही मान सम्मान।
छोटे-छोटे मन में आए कैसे बड़े सोच-विचार,
तेरा पल्लू पकड़ कर करते अपनी नैया पार।
ईश्वर सच है चला, सत्य ही ईश्वर है तूने कहा,
सच कहने का कष्ट तूने अपने सीने पर सहा।
सत्यमेव जयते का जीवन भर किया व्यवहार,
अहिंसा अस्तेय अपरिग्रह शरीर श्रम को तैयार।
सहज सरल स्पष्ट पारदर्शी सादगी सहकार,
जीवनशैली में रहे प्राणी व्यक्ति प्रकृति प्यार।
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हम दोनो ने भी किया यही,बापू नाम व्यौहार।
सुख भोगे कष्ट दिया और किया छद्म विचार।।
बापू रहे एक धोती में,हम शूट बूट कंटान।
उन्हीं के नाम से आज हमारी भी पहचान।।