उरई: जालौन, झांसी और कानपुर देहात में जल जीवन मिशन के तहत ‘हर घर नल’ से जल पहुंचाने की योजना में भारी खामियां सामने आई हैं। ग्रामीणों ने शिकायत की कि उनके घरों में नल से पानी नहीं पहुंच रहा। पाइपलाइन बिछाने में मानकों का पालन नहीं हुआ, जहां नियम के अनुसार तीन फुट गहराई में पाइप बिछाए जाने चाहिए, वहां कई जगह केवल एक से डेढ़ फुट गहराई में या खुले में पाइप पड़े मिले। सड़कों को खोदने के बाद उनकी मरम्मत नहीं की गई, जिससे हल्की बारिश में ही कीचड़ फैल गया और वाहन चलाने व पैदल चलने में परेशानी हो रही है। पानी की टंकियों का निर्माण भी मानक के अनुरूप नहीं हुआ, जिसके कारण जालौन और इसके संसदीय क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक टंकियां ढह चुकी हैं। टंकियों में मानक के अनुसार पानी के पाइप भी नहीं लगाए गए।

जालौन-गरौठा-भोगनीपुर सुरक्षित संसदीय क्षेत्र के सांसद नारायण दास अहिरवार, जो केंद्रीय जल संसाधन समिति के सदस्य हैं, ने इन अनियमितताओं की शिकायत जल शक्ति मंत्रालय और पीएमओ से की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके संसदीय क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में जल जीवन मिशन का लाभ नहीं मिल रहा। पिछले दिनों प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश जल निगम के निदेशक राजशेखर और अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव की टीम ने बुंदेलखंड के झांसी मंडल के ललितपुर, झांसी और जालौन जिलों में तीन दिवसीय दौरा कर नमामि गंगे योजना के तहत हर घर नल से जल की स्थिति का जायजा लिया था। सांसद ने बताया कि उनके क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत के लिए जल शक्ति मंत्रालय के दो महीने पुराने कड़े आदेशों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सांसद की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) और जल संसाधन समिति के अध्यक्ष ने तत्काल तीन सदस्यीय केंद्रीय दल जांच के लिए भेजा। इस दल में रवींद्र सोलंकी, जय प्रकाश और अंशु सिंह शामिल थे, जो दिल्ली से उरई पहुंचे। दल ने जालौन जिले के सलाघाट में ट्रीटमेंट प्लांट और ग्राम साला, मड़ेपुरा व चमारी गांवों में औचक निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने बताया कि उनके नल बेकार पड़े हैं और पानी की आपूर्ति नहीं हो रही। कई ग्रामीणों ने नलों को ‘सफेद हाथी’ करार दिया।
दल ने झांसी जिले के गरौठा विधानसभा के तीन गांवों और भोगनीपुर विधानसभा के सेंथा व गंगागंज गांवों में भी निरीक्षण किया। जांच में पाइपलाइन की गहराई की जांच के लिए सीसी रोड खुदवाया गया, जिसमें पाइप केवल एक से डेढ़ फुट गहराई में या खुले में मिले। कई गलियों में पाइपलाइन बिछाई ही नहीं गई। ग्रामीणों ने बताया कि पानी की आपूर्ति अनियमित है और कई जगह दिन में केवल एक बार पानी आता है। सांसद के प्रतिनिधि राघव अग्निहोत्री और पूर्व जिला अध्यक्ष काशिफ खान भी निरीक्षण में साथ थे।
सांसद के निर्देश पर जांच दल ने जल निगम के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने शीघ्र पाइपलाइन बिछाने, तोड़ी गई सड़कों की मरम्मत करने और नियमित पानी आपूर्ति शुरू करने के आदेश दिए। बिजली न होने पर सोलर या जनरेटर से आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया। जल निगम के अधिकारियों को अधूरे कार्यों को जल्द पूरा करने और लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। सांसद ने जिम्मेदार अधिकारियों को चेतावनी दी कि हर घर में पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी उनकी है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
*वरिष्ठ पत्रकार


