ज्ञान वापी मस्जिद प्रकरण
वाराणसी: ज्ञानवापी क्षेत्र में कथित ‘आदि विश्वेश्वर’ शिवलिंग की पूजा से रोके जाने से क्षुब्ध स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज का अन्न जल त्याग तीसरे दिन भी जारी रहा ।
सोमवार को अपराह्न चिकित्सकों के दल ने स्वामिश्री का परीक्षण किया। चिकित्सकों का कहना है कि उनकी सेहत तेजी से गिर रही है। किंतु ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि स्वामिश्री: अपने संकल्प पर अडिग हैं। उन्होंने कहा कि जब तक आदि विश्वेश्वर की पूजा अर्चना आरंभ नहीं हो जाती तब तक वे अपने संकल्प से टलने वाला नहीं।
स्वामिश्री की ओर से जिला न्यायालय में एक वाद दाखिल किया गया है जिस पर कल सुनवाई होने की सम्भावना है।
स्वामिश्री ने आज श्रीविद्यामठ में कहा कि भारतीय संविधान में भी प्राणधारी देवता को 3 वर्ष के बालक के समकक्ष समझा जाता है। ऐसे में ज्ञानवापी क्षेत्र में प्रकट हुए भगवान आदि विश्वेश्वर को भी अन्न जल पहुंचना चाहिए। हत्या के अपराधी को भी जब विचाराधीन कैदी के रूप में रखा जाता है तो उसके भी भोजन पानी की व्यवस्था की जाती है। ऐसे में विश्व के नाथ भगवान विश्वेश्वर को अन्न जल न मिल पाने से हृदय आहत है।
स्वामिश्रीः के समर्थन में आज दिल्ली से गौरक्षा महाअभियान समिति के प्रचारमंत्री स्वामी त्रिभुवन दास जी, संस्था के महामंत्री जय प्रकाश गुर्जर सनातनी और माता कैलाशानंद गिरी जी महाराज ने आकर अपना समर्थन प्रदान किया।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो