वृन्दावन: शीतकालीन चार धाम तीर्थ यात्रा पूर्ण करने के बाद वृन्दावन स्थित उडियाबाबा आश्रम पहुँचे ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ने ‘गौ माता’ को राष्ट्रमाता घोषित करने को लेकर देशभर से आए साधू-संतों, गौभक्तों धर्माचार्यों के संग बैठक में आंदोलन का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ‘गौ माता’ का अस्तित्व खतरे में है परंतु सरकारें मौन है।
ज्योतिषपीठाधीश्वर शंकराचार्य ने कहा कि देश के 19 राज्यों में ‘गौ माता’ को लेकर सख्त कानून हैं ।”साफ है कि 29 राज्यों में से 19 राज्य गौ कानून के पक्ष में होने के बाद भी बहुमत को नकारा जा रहा है,” उन्होंने कहा।
‘गौ माता’ को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ने का संकल्प लेंने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा वो दिल्ली में 15 जनवरी से 21 जनवरी 2024 तक प्रबुद्ध नागरिकों, कानूनविदों, धर्माचार्यों के साथ अन्य कई बैठकें आयोजित करेंगे। फिर प्रयागराज में 6 फरवरी 2024 को गाय को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने को लेकर गौ संसद का आयोजत किया जाएगा ।
बैठक में वक्ताओं ने गौ माता की दयनीय स्थिति पर चर्चा कर देश में ‘गौ माता’ की रक्षा के लिए जनमानस के प्रयासों को सांझा किया । वक्ताओं ने ‘गौ माता’ को लेकर शास्त्र सम्मत तर्क़ भी रखें। निर्णय लिया गया कि गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने को लेकर ज्योतिषपीठाधीश्वर शंकराचार्य प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो