
उरई: नदीगांव ग्राम पंचायत क्षेत्र में वार्ड नंबर 7 परिहार मोहल्ले में एक ही भवन में चल रहे हैं पांच विद्यालय। इस भवन में मात्र 13 कमरे हैं और इसी विद्यालय में पांचों विद्यालयों के बोर्ड भी लटके हुए हैं। मजेदार बात यह है कि इन विद्यालयों के प्रबंधक ने आजम गढ़ के तत्कालीन सांसद के अलावा बुंदेलखंड के सासंद और विधायकों से इन विद्यालयों के नाम पर किसी से दस लाख रुपये, किसी अठारह लाख रुपये और किसी से बारह लाख रुपए सहित अब तक 71 लाख रुपए विधायक और सासंद निधि से लिए हैं। इस मामले पर कार्रवाई के निर्देश के बावजूद लगभग चार माह बीत गए हैं और अभी तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से क्षेत्र की जनता और यहां तक की विधायक भी हैरत में हैं।
जो पांच विद्यालय एक ही भवन में चल रहे हैं इनके नाम हैं ठाकुर कृपाल सिंह दादी जूनियर हाई स्कूल, ठाकुर कृपाल सिंह दादी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, श्री कृपाल सिंह दादी महाविद्यालय, डीएलएड वीटीसी विद्यालय, ठाकुर कृपाल सिंह दादी वालिका कालेज।
इस मामले की शासन से शिकायत माधोगढ़ क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक मूलचंन्द्र निरंजन ने उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर की थी और इसकी जांच करने की मांग की थी।
मुख्य मंत्री को भेजे अपने शिकायती पत्र में विधायक ने बताया कि नदीगांव में एकता जन कल्याण समिति द्वारा एक ही भवन में जिसमें सिर्फ 13 कमरे हैं और पांच शिक्षण संस्थान चलाई जा रही है जिससे सरकारी धन का गबन और भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
मुख्य मंत्री को भेजे गए पत्र पर जिलाधिकारी जालौन ने जांच कराई। जांच की रिपोर्ट 28 अक्टूबर 2024 को शासन को भेजी गई। जिलाधिकारी ने जांच में विधायक की जांच की पुष्टि की और प्रकरण में शासन स्तर पर विधिवत कार्रवाई किए जाने का इशारा किया। नौ नवम्बर 2024 के अपने आदेश में मुख्या मंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने जांच के आधार पर दोषी के विरुध संक्षिप्त कार्रवाही कर अवगत कराए जाने की मांग की । यह निर्देश संजय प्रसाद ने जिलाधिकारी को भेजे गए विभागी पत्र में लिखा है।
इस आदेश के बाद भी लगभग चार माह बीत गए हैं। माधोगड भाजपा विधायक मूलचन्द्र निरंजन इस मामले को लगातार उठा रहे हैं लेकिन किसी ठोस कार्रवाई का अभी भी इंतज़ार है।
*वरिष्ठ पत्रकार