नयी दिल्ली: देश भर में लंपी वायरस के कारण लाखों पशुओं की मृत्यु हो चुकी है।राजधानी में आज भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय पशु पालन राज्यमंत्री डॉक्टर संजीव बालियान से मुलाकात कर किसान समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि किसान का सबसे बड़ा धन पशुधन ही होता है और लंपी के कारण किसानों की अर्थव्यवस्था डांवाडोल हो चुकी है।
यूनियन के अनुसार देशभर में 50% से अधिक गोवंश इसकी चपेट में हैं । उसने मांग रखी कि किसान के पशुधन को बचाने के लिए कोरोना की तर्ज़ पर पशुओं में वैक्सीनेशन कराया जाए। जिन पशुओं की मृत्यु हो चुकी है उन किसानों को पशु बीमा योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जाए, पशुओं की नस्लों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु पशु संस्थान खोले जाएं, देश में वेटरनरी कॉलेज विश्वविद्यालयों की संख्या में वृद्धि की जाए।
उपरोक्त सभी विषयों पर मंत्री डॉक्टर बालियान ने कहा कि गोवंश में लंपी की रोकथाम हेतु वैक्सीनेशन का कार्य राज्य सरकारों की सहायता से कराया जा रहा है। देश में नए वेटरनरी कॉलेज एवं विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है सरकार द्वारा गिर व देसी नस्लों के भी सीमन पशु पालकों को सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं, भविष्य में डेयरी उद्योग को लाभकारी बनाने हेतु सरकार द्वारा कुछ कदम उठाए जा रहे हैं।
“किसानों के सुझाव पर सरकार काम कर रही है।आपके द्वारा उठाए गए विषयों पर भी सरकार गंभीरता से कार्य करेंगे,” बालियान ने कहा।उन्होंने किसानों को ध्यान दिलाया कि अभी हाल में ही नोएडा में विश्व स्तर का डेयरी समिट नोएडा में किया जा रहा है जिसमे दुनिया भर के देश हिस्सा ले रहे है।
प्रतिनिधिमंडल में भारतीय किसान यूनियन राजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर राजेश सिंह चौहान धर्मेंद्र मलिक राष्ट्रीय प्रवक्ता राजवीर सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश शामिल रहे।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो