उरई,जालौन: साइबर थाना और कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ऑनलाइन गेम एप के जरिए देशभर में साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से 133 एटीएम कार्ड, 108 पासबुक, 11 चैकबुक,80 सिम कार्ड, 32 मोबाइल, 2 लैपटॉप मय चार्जर, 1 वाइफाई डिवाइस, 14 क्यूआर कोड, 74,500 रुपये नकद समेत अन्य सामग्री बरामद की है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार के नेतृत्व में अपर पुलिस महानिदेशक, कानपुर जोन व पुलिस उपमहानिरीक्षक, झांसी परिक्षेत्र के निर्देश पर की गई।
गिरफ्तार आरोपी क्रिकबज, फेयरप्ले, लोटस जैसे ऑनलाइन गेम एप के नाम पर लोगों को दोगुना पैसा दिलाने का झांसा देते थे। यह गैंग लोगों से उनके आधार कार्ड और फोटो लेकर फर्जी बैंक खाते खुलवाता था। फिर उन्हीं खातों का इस्तेमाल कर ठगी की रकम जमा करवाई जाती थी। आरोपी खुद को अलग-अलग नामों से पहचान छिपाकर काम करते थे और एक ही जगह पर ज्यादा दिन नहीं रुकते थे।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन आरोपियों से जुड़े बैंक खातों से संबंधित शिकायतें एनसीसीआरपी पोर्टल पर महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से प्राप्त हुई हैं। कुल 35 ऑनलाइन शिकायतें दर्ज हैं।
गिरफ्तार शातिरों की पहचान में विश्वजीत दांगी, निवासी दतिया (मध्य प्रदेश),कपिल सेन, निवासी दतिया (मध्य प्रदेश),दीपक बघेल उर्फ दीपू, निवासी झांसी, उपहार श्रीवास्तव, निवासी मैनपुरी, सुनील जादौन, निवासी आगरा, हर्ष गुप्ता, निवासी आगरा, धर्मेंद्र सिंह जादौन, निवासी भरतपुर (राजस्थान) शामिल है। अभियुक्त गण के आपराधिक इतिहास की जानकारी आस पास के थानो व सीमावर्ती जनपदों एवं राज्यों सें की जा रही है।
आरोपियों के खिलाफ कोतवाली जालौन में मु.अ.सं. 167/2025, धारा 3(5)/318(4)/112 बीएनएस व 66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक नें कहा कि यह कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है और ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा। गिरोह को पकड़ने में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अजीत सिंह व एसआई जगदम्बा प्रसाद दुबे उनकी टीम तथा साइबर थाना प्रभारी विवेक कुमार मौर्य और एएसआई प्रवीण कुमार गुप्ता, का0 अरियंत दुबे, अक्षत सारस्वत उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गेश कुमार नें टीम को 10 हजार रूपये की इनाम की घोषणा की।
*वरिष्ठ पत्रकार

