इटावा/कोटा: “नदियां हमारी जीवन रेखा “के विषय को लेकर पर्यावरणविद् रोबिन सिंह ने बुधवार को महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जयंती एवं वन्य जीव संरक्षण सप्ताह पर उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के चंबल यमुना संगम स्थल शेरगढ़ से चंबल के उद्गम स्थल महू की पहाड़ियों तक की पदयात्रा समाज एवं संतों के आशीर्वाद से प्रारंभ की है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के रहने वाले 37 वर्षीय युवक रोबिन सिंह ने 6 अक्टूबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से अपनी साइकिल यात्रा शुरू कर 31,000 किलोमीटर साइकिल चलाकर 24 राज्यों और 500 से अधिक जिलों में जाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया है।वे लोगों को पौधरोपण के लिए भी जागरूक करने का काम कर रहे हैं।
रॉबिन सिंह के अनुसार जो पदार्थ प्राकृतिक रूप से अनमोल है हम उनके विषय में बहुत विचार नहीं करतें हैं। उन्होंने ध्यान दिलाया कि वेदों और पुराणों में हवा, पानी और अन्न को रत्नों की उपाधि दी गई है जो इनके महत्व इंगित करती हैं।
चंबल संसद के संयोजक बृजेश विजयवर्गीय सभापति जीडी पटेल, अध्यक्ष कुंज बिहारी, उपाध्यक्ष अमित सिंह राठौड़ नंदवाना, जल बिरादरी के अध्यक्ष चंद्रकांत सिंह परमार ने बताया कि रोबिन सिंह चंबल के दोनों किनारों पर 2000 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे।
22- 25 अक्टूबर के बीच हाडोती के बूंदी एवं कोटा में यात्रा का प्रवेश होगा। इस दौरान चंबल संरक्षण से संबंधित सभी समस्याओं पर वह बात रखेंगे और संबंधित अधिकारियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श होगा एवं जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।
कोटा के बाद रावतभाटा क्षेत्र से गांधी सागर होकर यह यात्रा मध्य प्रदेश में प्रवेश कर जाएगी। तरुण भारत संघ,अमृता देवी पर्यावरण नागरिक संस्थान,बाघ- चीता मित्र, कोटा एनवायरमेंटल सेनिटेशन समिति, स्मृति वन सलाहकार समिति एवं सभी पर्यावरण गतिविधियों से जुड़े सभी पर्यावरण प्रेमियों को इस कार्यक्रम से जुड़ने का आह्वान किया गया है।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो