– गोपाल सिंह चंबल विशिष्ट दस्यु बीहड़ क्षेत्र है। निर्जन, चट्टानी, भयानक और खतरनाक, जैसे कि प्रत्येक...
Environment & Water
– गोपाल सिंह ‘‘मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।’’ चंबल के पांच बुजुर्ग...
– डॉ राजेंद्र सिंह* जब चंबल में बीहड़ नहीं बन थे, तब यह क्षेत्र जंगलों से संवृद्ध...
आज़मगढ़: विश्व जल दिवस के अवसर पर आज पद्मभूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने जोर दिया कि...
विश्व जल दिवस पर विशेष: नदी चालीसा – रमेश चंद शर्मा नदी चालीसा चारों ओर बहती है...
Water is at the centre of all life, and therefore, all economies. Because of this, it is...
– डॉ राजेंद्र सिंह* करौली: चम्बल क्षेत्र के करौली और धौलपुर जिलों के निवासी शांति और सुरक्षा...
नई दिल्ली: आम चुनाव में ज़रुरत है कि सभी राजनीतिक दल देश की जल धरोहर को समृद्ध...
Nairobi: The sixth UN Environment Assembly (UNEA-6) concluded here today, with Member States aiming to boost multilateral...
Nairobi: Material extraction is expected to rise by 60 per cent by 2060 and could derail efforts...