बुंदेलखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लोक सभा चुनाव के दौरान भितरघात की ख़बरों को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के शीर्ष नेतृत्व ने बेहद गंभीरता से लिया है और मतगणना के 12 दिन बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने लोक सभा चुनाव मे उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में हुए भितरघात और हार के कारणों को गहराई से जानने के लिए उत्तर प्रदेश की सभी 80, लोकसभा सीटों की जांच के लिए दो दो पर्यवेक्षकों के नाम की घोषणा कर दी है।
बुंदेलखंड की चार लोकसभा सीटों की जांच के लिए जालौन-गरौठा-भोगनीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट के लिए पर्यवेक्षक के रूप में विधान परिषद के दो सदस्य मुकुट बिहारी एवं अरुण पाठक को भितरघात की जांच की जिम्मेदारी दी है।
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इस संसदीय क्षेत्र से भाजपा के पांचवी बार के प्रत्याशी और केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा को इंडिया गठबंधन के समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी नारायण दास अहिरवार ने 53000 से अधिक मतों से हराया है। मुकुट बिहारी और अरुण पाठक इस संसदीय क्षेत्र के अलावा हमीरपुर महोबा संसदीय सीट की भी जांच करेंगे जहां लगातार भाजपा के टिकट पर दो बार से सांसद बनते आ रहे पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को कांटे की टक्कर में इस बार इंडिया गठबंधन की सपा पार्टी के प्रत्याशी अजेन्द्र राजपूत ने 2600 से अधिक मतों से हराया है। इसी तरह बाँदा चित्रकूट संसदीय सीट में जहां भाजपा के प्रत्याशी आर के पटेल को इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी कृष्णा पटेल ने 71000 से अधिक मतों से हराया, वही बुंदेलखंड की झांसी ललितपुर सीट से भाजपा के प्रत्याशी अनुराग शर्मा, जो बैद्यनाथ आयुर्वेदिक संस्थान के उद्योगपति हैं, वह लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने में सफल रहे। उन्होंने इंडिया गठबंधन की कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को एक लाख से अधिक मतों से हराया।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2014 और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद इस बार जिस तरह से भाजपा को और एनडीए को करारी हार का सामना करना पड़ा इससे परेशान भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बुंदेलखंड की चारों सीटों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों मैं भाजपा में हुए भितरघात की गहरी जांच करा रही है।
उधर समाजवादी पार्टी के लखनऊ के केंद्रीय कार्यालय से यह पुष्ट जानकारी मिली है कि बुंदेलखंड के भाजपा के कुछ भीतरघाती नेता के खिलाफ भाजपा के शीर्ष कोई कठोर कार्रवाई करें, इससे पहले वह समाजवादी पार्टी में अपना स्थान सुरक्षित कर लेना चाहते हैं । इसी के चलते सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह से उनकी मुलाकात भी हो गई है और यह वादा किया गया है कि उनकी मुलाकात राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से कराई जाएगी।
उधर बुंदेलखंड के भाजपा के इन कुछ भितरघातियों के बेहद करीबियों से हुई बात चीत मे उन्होंने बताया कि इन भितरघात का मानना है कि चाहे भाजपा हो या कोई अन्य राजनैतिक दल, सब जगह टिकट के लिए रुपये चढाने पड़ते हैं। इसलिए उन्हें पर्यवेक्षकों को अपने पक्ष में करने और सपा में जाने की जरूरत पड़ी तो उसमें अपना स्थान पक्का करने के लिए उन्होंने हर प्रबंध कर रखा है।
*वरिष्ठ पत्रकार