शंकराचार्य का बांका में गौसेवा संकल्प
बांका: बिहार की तीन गौप्रजातियां—बछौर, पूर्णिया और गंगातीरी—विलुप्त होने के खतरे का सामना कर रही हैं। बिहार सरकार के छह वर्ष पुराने आंकड़ों के अनुसार, इन प्रजातियों की संख्या केवल 1500 थी। अब, छह वर्ष बाद, इन गौप्रजातियों की स्थिति पर चिंता और बढ़ गई है। इस मुद्दे को लेकर ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती बांका पहुंचे और मधुसूदन मंदिर में आयोजित गौमतदाता संकल्प सभा में हजारों लोगों को संबोधित किया। उन्होंने गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध और गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग उठाई।
शंकराचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि गौमाता समुद्र मंथन से प्राप्त चौदह रत्नों में से एक हैं और बिहार उनकी उत्पत्ति से जुड़ा है। उन्होंने बछौर, पूर्णिया और गंगातीरी गौप्रजातियों के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया, यह उल्लेख करते हुए कि छह वर्ष पहले इनकी संख्या केवल 1500 थी। उन्होंने सरकारों पर आरोप लगाया कि बूचड़खानों को लाइसेंस और सब्सिडी देकर वे गौहत्या को प्रोत्साहन दे रही हैं। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से गौमतदाता बनने और गौहत्या के खिलाफ आवाज उठाने का आग्रह किया।
उन्होंने यह भी कहा कि मनुष्य जन्म सत्कर्म और भगवत्कृपा का परिणाम है। 84 लाख योनियों में भटकने के बाद मनुष्य शरीर की प्राप्ति धर्मानुसार जीवन जीने और गौसेवा के लिए होती है। उन्होंने कहा कि गौसेवा दूध प्राप्ति के लिए नहीं, बल्कि गौमाता के आशीर्वाद के लिए की जाती है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से अपील की कि वे गौसेवा को अपनाकर अपने जीवन को सार्थक बनाएं, क्योंकि मनुष्य शरीर ही एकमात्र ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा नए सत्कर्म किए जा सकते हैं।
सभा के दौरान, शंकराचार्य ने मंदार पर्वत पर स्थित कामधेनु गौमाता मंदिर और पापहारिणी कुंड में भगवान लक्ष्मीनारायण के दर्शन किए। उनके मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने बताया कि मंदार पर्वत का उल्लेख समुद्र मंथन के प्रसंग में आता है। बिहार के भवन निर्माण मंत्री जयंत राज कुशवाहा ने बांका में देवाशीष पाण्डेय के आवास पर शंकराचार्य जी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
शंकराचार्य ने सभा में सुजीत चौधरी को मिथिला क्षेत्र और श्री दीपक खेतान को अंग क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त किया। मधुसूदन मंदिर में आयोजित इस सभा में दोनों को माला और उपवस्त्र प्रदान किए गए। अवधेश ठाकुर ने शंकराचार्य जी को पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया। सभा में प्रत्यक्चैतन्यमुकुंदानंद गिरी जी महाराज, देवाशीष ठाकुर, शिवकुमार, कोशल सिंह, नितिन पाण्डेय, हरीश केडिया, गोपाल चौधरी, दिलीप सर्राफ, नीलमणि झा, शैलेन्द्र योगी, सोनू चौधरी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। सभा का संचालन देवेंद्र पाण्डेय ने किया।
शंकराचार्य ने बताया कि वे बिहार में गौमतदाता संकल्प यात्रा के तहत सभी जिलों में सनातन धर्मियों से संवाद स्थापित कर रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य गौहत्या के समर्थकों को सबक सिखाना और गौमाता की रक्षा के लिए जनजागरण करना है। सभा में उपस्थित लोगों ने गौमाता की रक्षा के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो

