नयी दिल्ली/मुज़फ्फरनगर/लिसाढ: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृज भूषण शरण पर यौन शोषण का आरोप लगा उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वाले पहलवानों के साथ पुलिस की जोर ज़बरदस्ती की कुश्ती के खेलकी विश्व शासी निकाय यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के बाद अब इंटरनेशनल ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने भी निंदा की है और उसने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से आईओसी ने इन पहलवानों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
साथ ही अब कांग्रेस, आम आदमी पार्टी तथा अन्य विरोधी दलों के अलावा २०२०-२१ के किसान आंदोलन के नेताओं और अब हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटों का खाप महापंचायत भी सामने आ गया है।
जहां एक ओर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेता राकेश टिकैत ने आज मुज़फ्फरनगर में कहा कि खाप महापंचायत के नेता जल्दी ही इस मामले में राष्ट्रपति से मिलेंगे, वहीँ गठवाला (मलिक) खाप के नेता चौधरी राजेंद्र मलिक ने मुख्यालय लिसाढ (जनपद शामली) में खिलाड़ियों के मुद्दे पर 3 जून 2023 को खाप प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाई है।
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गठवाला (मलिक) खाप की ओर से धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि बैठक में खिलाड़ियों को न्याय दिलाने एवं आगामी रणनीति पर मंथन होगा तथा बैठक में खाप पंचायत के अलावा सामाजिक संगठन भी हिस्सा लेंगे।
ज्ञात हो कि देश में कुश्ती के ये खिलाड़ी 23 अप्रैल 2023 से आंदोलनरत हैं। खिलाड़ियों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष सांसद बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें खिलाड़ियों द्वारा कुश्ती संघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी सहित 7 मांग की जा रही है। पिछले दिनों खिलाड़ियों को बलपूर्वक नयी दिल्ली के जंतर मंतर आंदोलन स्थल से हटाया दिया गया था।
हालाँकि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि सरकार इस विषय पर संवेदनशील है और खिलाड़ियों की मांगे जैसे कि एफआईआर हो, जांच कमेटी बनें, पूरी कर दी गईं हैं और जांच तेजी से हो रही है।
परन्तु आईओसी ने कहा कि सरकार ने आपराधिक जांच की दिशा में पहला तो कदम उठाया है, लेकिन ठोस कार्रवाई दिखाई देने से पहले और कदम उठाने होंगे।
धर्मेंद्र मलिक ने भी आज आरोप लगाया कि खिलाड़ियों के विषय में भारत सरकार कोई हस्तक्षेप भी नहीं कर रही है, जिससे न्याय का मार्ग खुले। “यह विषय समाज के लिए गंभीर है। बैठक में चिंतन मनन कर ठोस रणनीति की घोषणा की जाएगी,” मलिक ने कहा।
इससे पहले आंदोलनकारी भारतीय पहलवान संगीता फोगट, बजरंग पुनिआ, विनेश फोगट और साक्षी मलिक गत ३० मई को गंगा दशहरा के दिन अपना मेडल गंगा नदी में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंचे थे पर रास्ते में ही किसान नेताओं के निवेदन पर वे सभी वापस लौट गए।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो