ऋषिकेश: प्रख्यात पर्यावरणविद और विश्व विख्यात चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा की हालत स्थिर है। कोरोना से संक्रमित 94 वर्षीय बहुगुणा की हालत के बारे में पर्यावरणविद ज्ञानेंद्र रावत ने सुंदर लाल जी के पुत्र राजीव नयन बहुगुणा के हवाले से जानकारी दी कि वयोवृद्ध बहुगुणा अब भी ऋषिकेश एम्स के सघन चिकित्सा कक्ष में हैं जहां उनकी हालत स्थिर है और डाक्टरों के दल की निगरानी में हैं जो उनकी देखभाल कर रहा है। सुन्दरलाल बहुगुणा की धर्मपत्नी भी कोरोना से संक्रमित थीं पर उनकी हालत में पहले से सुधार है। वह भी एम्स के प्रायवेट वार्ड में ही भर्ती हैं और पहले से ठीक हैं।
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इस बीच जहां उनके लाखों प्रशंसक उनकी सेहत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं, महाराष्ट्र के डॉ रविंद्र वोरा ने सुंदरलाल बहुगुणा द्वारा हिंदी में अनुवादित “ट्री मैन” रिचर्ड संत बार्ब बेकर की कविता ग्लोबल बिहारी को भेजी है। डॉ वोरा ने बताया कि बेकर जब चिपको आंदोलन के स्थल पर पहुंचे थे तो उन्होंने अपनी यह कविता बहुगुणा को भेंट की थी। बहुगुणा ने इस कविता को कोल्हापुर में अपने एक भाषण के दौरान पढ़ी थी। “बाद में जब मैंने इस कविता को अपने नेचर फाउंडेशन के लिए देने का अनुग्रह किया तो उन्होंने वहीँ पर इस कविता को अनुवादित कर मुझे दिया था ,” डॉ वोरा ने बताया। पेश है सुंदरलाल बहुगुणा की हस्तलिखित और उनके द्वारा अनुवादित बेकर की कविता :
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो