गाजियाबाद: 26 जनवरी को किसान रैली के दौरान हिंसा और अराजकता के बाद किसान कानूनों की वापसी को लेकर आत्महत्या की धमकी देने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत आज कहा कि वह सरकार के साथ संवाद के जरिए समस्या का समाधान चाहते हैं।
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“प्रधानमंत्री बात करना चाहते हैं हमें उनके सम्मान का भी ध्यान रखना है और किसानों की पगड़ी भी नीचे नहीं होने दी जाएगी,”टिकैत ने कहा। सरकार के साथ कब बातचीत होगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बात का निर्णय किसान आंदोलन समिति करेगी। 40 सदस्यों वाली समिति में वह एक भी एक सदस्य हैं। टिकैत ने एक सवाल के जबाब में कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन में सियासी पार्टियों को इसलिए प्रवेश नहीं दिया था क्योंकि उनका आंदोलन अराजनैतिक है। “लेकिन 28 जनवरी को जो लोकतंत्र का मजाक उड़ाया गया, उसके बाद आंदोलन के लिए सियासी दलों का समर्थन लिया गया। हालांकि अभी भी किसान मंच पर को राजनीति से अलग रखा गया है,” उन्होंने कहा।
ज्ञात हो कि 28 जनवरी को गाजियाबाद जिला प्रशासन की ओर से किसानों को गाजीपुर बॉर्डर से हटने के आदेश दिया गया था। हालांकि बाद में इस आदेश को किसानों के पुरजोर विरोध के बाद वापिस ले लिया गया था। यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर किसान आंदोलन रविवार को 67वें दिन भी जारी रहा है।
रविवार को यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर किसान आंदोलन को अपना समर्थन देने शिरोमणि अकाली दल के मुखिया सुखवीर सिंह बादल भी पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन भारतीय किसान यूनियन द्वारा आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार बादल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानी की लड़ाई तोड़ना चाहती है लेकिन यह लड़ाई यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान समेत पूरा देश मिलकर लड़ रहा है, और काले कानूनों के वापस होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने इस लड़ाई में सहयोग के लिए तमाम राजनैतिक दलों से भी अपील की। बादल ने कहा कि उनके पिता प्रकाश सिंह बादल और राकेश टिकैत के पिता महेंद्र सिंह टिकैत किसानों की लड़ाई मिलकर लड़ते थे। उस पार्टी का मुखिया होने के लिए वे यहां यह कहने आये हैं कि शिरामणि अकाली दल किसानों की लड़ाई में राकेश टिकैत के साथ है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत पूरे देश के किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं जिसके लिए वे और उनकी पार्टी टिकैत आभारी है।
विज्ञप्ति के अनुसार आज स्थानीय राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस नेताओं के अलावा राजस्थान से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा और हरियाणा से भी दो विधायक भी आंदोलन को समर्थन देने आज यहां पहुंचे। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव तिलोक त्यागी और क्षेत्रीय अध्यक्ष चौधरी यशवीर सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों का समर्थन किया। सरदार इंद्रजीत सिंह नटीटू ने रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के नाते कहा कि जब तक इस आंदोलन को कोई निष्कर्ष नहीं निकलता उनकी पार्टी राकेश टिकैत का हर तरह सहयोग करेगी। गाजियाबाद से कांग्रेसी नेता नरेंद्र भारद्वाज, उनकी बेटी डॉली शर्मा और विजय चौधरी आंदोलन का समर्थन देने यूपी गेट पहुंचे।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो