कृषि कानूनों के साथ ही गन्ने और बिजली के मुद्दे पर भी मोर्चेबंदी करेगी भाकियू
गाजीपुर बॉर्डर, गाजियाबाद: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 माह से दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन ने जहां एक और कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों को गन्ने का रेट सवा चार सौ रुपये क्विंटल से एक पाई कम भी मंजूर नहीं होगा, वहीँ उसने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के मूल्य में 25 रुपए की वृद्धि किसान हितों पर कुठाराघात है।
भारतीय किसान यूनियन ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि यदि गन्ने के मूल्य को सवा चार सौ रुपये प्रति क्विंटल नहीं किया गया तो केंद्र सरकार से काले कानूनों और एमएसपी की गारंटी के लिए चल रही लड़ाई के साथ ही भारतीय किसान यूनियन सूबे की सरकार की भी मोर्चेबंदी करेगी।
भाकियू ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के बराबर के राज्य में गन्ना 362 रुपए है। बिजली दरें भी कम है। उत्तर प्रदेश की गन्ना मूल्य परामर्शदात्री समिति द्वारा उत्तर प्रदेश में गन्ने पैदा करने की उतपादन लागत 350 रुपए बतायी थी।
भाकियू ने कहा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने भी गन्ना मूल्य 400 रुपए कुंतल किये जाने की मांग करते हुए सरकार को पत्र लिखा था।
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“किसान पहले से ही कह रहे है कि भाजपा कॉरपोरेट की सरकार है किसान हितों से इसका कोई वास्ता नही है। साढ़े चार साल पहले अपने चुनावी घोषणा पत्र में गन्ने का रेट 370 और 14 दिन में गन्ने का भुगतान कराने का वादा करने वाली यूपी सरकार केवल जुमलेबाज सरकार ही साबित हुई और बरगलाकर किसानों का वोट लेकर उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया,” भाकियू ने आरोप लगाया।
भाकियू ने कहा कि कल देशभर में अपनी मांगों के समर्थन में संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद किया जाएगा तथा सभी राष्ट्रीय व राज्यमार्गों को जाम किया जाएगा ।राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डासना,मोदीनगर,गढ़मुक्तेश्वर, दुहाई, सिंघु बॉर्डर पर केएमपी हाइवे भी जाम किया जाएगा।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो