राकेश टिकैत
गाजियाबाद: विवादित कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग पर कल संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा घोषित देश व्यापी चक्का जाम से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को अलग रखा गया है। “दोनों राज्यों के अलावा पूरे देश मे चक्का जाम किया जाएगा,” आज जारी एक विज्ञप्ति में मोर्चा के एक घटक भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा ।
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मलिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को कल के आयोजन से दूर रखने का फैसला इन दोनों राज्यों में कृषि कार्य व परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए लिया गया है। इस बाबत भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर कल ६ फरवरी को होने वाला चक्का जाम वापस कर जिलाधिकारी/ उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देने का कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान शनिवार को सड़क पर जाम नहीं लगाएंगे, बल्कि शांतिपूर्वक जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालय पर ज्ञापन देंगे।
इन दोनों राज्यों में जाम की कॉल वापस लेने पर एक सवाल के जबाब में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के किसानों को स्टैंड बाई में रखने का फैसला लिया गया है। इस दौरान यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर टिकैत के साथ संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल भी मौजूद थे। राजेवाल ने कहा कि विशेष कारणों से यूपी और उत्तराखंड के लिए शनिवार के चक्का जाम कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया गया है।
टिकैत ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कि चक्का जाम की कॉल वापस नहीं ली गई, बल्कि कार्यक्रम में मामूली सा फेरबदल किया गया है। यूपी और उत्तराखंड के किसान अपने तहसील और जिला मुख्यालय पर जाकर अधिकारियों को ज्ञापन देंगे। ज्ञापन में तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून की मांग की जाएगी। किसानों से यह कार्यक्रम शांतिपूर्वक करने की अपील की गई है। टिकैत ने कहा कि आंदोलन को बैकअप देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को बैकअप में रखा गया।
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो