ऋतिक पांचाल
ऋतिक पांचाल 2018 से यूक्रेन में पढ़ रहे हैं और अचानक रूस के हमले के बाद से हो रहे युद्ध की इस भयंकर स्थिति ने उन्हें अपनी आगे की पढ़ाई और करियर के विषय में चिंतित कर दिया है। हाल ही में यूक्रेन से भारत वापस लौटे ऋतिक ने ग्लोबल बिहारी से ख़ास बातचीत में बताया कि किस तरह उन्हें यूक्रेन से अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। रास्तों में अचानक किसी हमले का डर और जान का ख़तरा उन पर लगातार बना हुआ था। “हालत इतने बुरे हैं कि घरवालो से भी सीधा संपर्क नहीं हो पा रहा था,” उन्होंने कहा।
मुज़फ्फरनगर के निवासी ऋतिक जो यूक्रेन में मेडिकल के छात्र हैं उनका कहना है कि भारतीय दूतावास को हालत ख़राब होते ही सक्रिय हो जाना चाहिए था।
उन्होंने बताया यूक्रेन में इमरजेंसी लगने के बाद लोगों को खाना, पानी, बिजली और वाहन सेवा हर तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
यूक्रेन और रूस के बीच का मतभेद भयानक संग्राम में बदल गया है। जहाँ एक तरफ यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस की सेना के लगातार हमले जारी है, वहीं, दूसरी तरफ भारत सरकार यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को अपने वतन वापस लाने का ऑपरेशन चला रही है जिसे “ऑपरेशन गंगा” का नाम दिया गया है।
ऐसे हालातों में यूक्रेन से भारत वापस लौटना ऋतिक के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था। हालाँकि, ऋतिक अब वापस अपने घर आ चुके है पर उनके कई सारे दोस्त अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए है, जिनसे इस समय संपर्क करना काफी मुश्किल हो गया है। जिसके कारण यहाँ भारत में उन लोगों के माँ बाप भी बहुत परेशान है।
दो देशों की बीच छिड़े इस घमासान ने पहले ही कई लोगों के घर उजाड़ दिए है और अब सभी को इस लड़ाई के रुकने का बेसब्री से इंतजार है।
आइये देखते है ऋतिक पांचाल का ग्लोबल बिहारी को ज़ूम पर दिया साक्षात्कार:
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो