नयी दिल्ली: गणतंत्र दिवस को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किला और अन्य जगहों पर हिंसा के बाद जहां पुलिस ने किसान नेताओं पर कार्रवाई पर आमादा हो गयी है, वहीं आंदोलनकारी संयुक्त किसान मोर्चा के घटक भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आज लाल किले पर हुए घटना की न्यायिक जांच कि मांग करते हुए कहा है कि वे आत्महत्या कर लेंगे लेकिन बिल वापसी बगैर धरने से नही हटेंगे।
उन्होंने कहा कि लालकिले पर घटना में शामिल दीप सिधु का मोर्चा ने सामाजिक बहिष्कार किया है और “हमारा आंदोलन जारी है”।
एक विज्ञप्ति में उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है जबकि सर्वोच्च न्यायालय भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है।
“उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नही हुई है। इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है,” उन्होंने कहा। गाजियाबाद जिला प्रशासन की ओर से किसानों को गाजीपुर बॉर्डर से हटने के आदेश पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने धरने हटाने की याचिका पर फैसला नही दिया। “जिला प्रशासन सर्वोच्च न्यायालय से बड़ा नही हो सकता। इसके खिलाफ कल सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करूंगा।”
– ग्लोबल बिहारी ब्यूरो